#MeToo के बीच सामने आए दुष्कर्म और छेड़छाड़ के चौकाने वाले मामले
गुजरात में महिलाओं के साथ फोन पर छेड़खानी की प्रति महीने औसतन 284 तथा सार्वजनिक रुप से छेड़छाड़ की औसतन 204 घटनाएं होती है।
अहमदाबाद, जेएनएन। आज कल फिल्मी दुनिया में मीट टू अभियान चल रहा है। दर्जनों से भी अधिक कलाकार, फिल्म निर्देशक एवं अन्य लोगों पर महिला से छेड़खानी और यौन शोषण का आरोप लग चुका है। कई पर तो पुलिस ने मामला भी दर्ज कर लिया है। गुजरात में महिलाओं के साथ फोन पर छेड़खानी की प्रति महीने औसतन 284 तथा सार्वजनिक रुप से छेड़छाड़ की औसतन 204 घटनाएं होती है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मार्च 2015 से सितम्बर 2018 तक गुजरात में महिलाओं के साथ फोन पर छेड़खानी के 11942 और अहमदाबाद में 2537 मामले दर्ज हुए हैं। ये आंकड़े अभयन 181 द्वारा जारी किए गए है। अनाधिकारिक तौर पर ये आंकड़े और भी बढ़ सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि 2015 से 2017 के तीन वर्षों में महिलाओं के छेड़खानी के मामलों में 622 प्रतिशत वृद्धि हुई है। इस दौरान पुरुषों द्वारा फोन या अन्य मैसेज द्वारा महिलाओं से छेड़खानी की 9 हजार शिकायतें दर्ज करवाई गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 16-28 वर्ष तक की युवतियां इसकी सबसे ज्यादा शिकार हुई है। अहमदाबाद में महिलाओं के साथ छेड़खानी की 2014-15 में 373, 2016-17 में 516 और 2017-18 में 760 मामले दर्ज हुए हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार महिलाओ के साथ फोन छेड़खानी करने वाले अधिकांशतः उनके परिचित ही होते है। महिलाओं द्वारा बार-बार चेतावनी देने के बाद भी वे इस हरकत से बाज नहीं आते। इसलिए यह मामला पुलिस अथवा अभयम में शिकायत दर्ज करवाई जाती है।
महिला द्वारा शिकायत दर्ज करवाने के बाद अभयम द्वारा उस नम्बर की ट्रेकिंग की जाती है। इसके अतिरिक्त उस व्यक्ति को फोन पर पुलिस द्वारा भी चेतावनी दी जाती है। इस हालात में निराकरण हो जाने पर शिकायत दर्ज नहीं की जाती। यदि समस्या यथावत रहती है तो शिकायत दर्ज की जाती है। टेलीफोनिक छेड़खानी के लिए दंड संहिता की धारा 354 के तहत मामला दर्ज किया जाता है।
महिलाओं पर अत्याचार के मामले (8 मार्च 2015 से सितम्बर 2018 तक)
केस अहमदाबाद गुजरात
घरेलु हिंसा 17535 1,14,987
मारपीट 1597 12045
छेड़खानी 2537 11942
गुजरात में फोन पर छेड़खानी के मामले
वर्ष केस
2015-16 2134
2016-17 2738
2017-18 3472