गुजरात में में बाढ़ पीड़ितों से मिले सीएम, हालात का लिया जायजा
गुजरात में मंत्रिमंडल की बैठक को स्थगित करने के साथ मंत्रियों को विविध जिलों के बाढ़ राहत काम की समीक्षा के लिए लगाया है।
अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात में बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने निकले मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का हेलीकॉप्टर राजकोट के जेतपुर में उतारना पड़ा। रूपाणी यहां सड़क मार्ग से गीर सोमनाथ में बाढ़ पीड़ितों से मिलने पहुंचे तथा हालात का जायजा लिया। गुजरात में तीन दिन भारी बारिश की आशंका है, मंत्रियों को अपने जिलों में राहत काम की समीक्षा के लिए लगाने के साथ एनडीआरएफ की टीमों को तैयार रहने को कहा है।
गुजरात के एक दर्जन से अधिक जिलों में बाढ़ के हालात हैं। एनडीआरएफ की 20 टीमों को तैयार रहने को कहा है।
बुधवार को होने वाले मंत्रिमंडल की बैठक को स्थगित करने के साथ मंत्रियों को विविध जिलों के बाढ़ राहत काम की समीक्षा के लिए लगाया है। मुख्यमंत्री रूपाणी खुद मंगलवार को गीर सोमनाथ में बाढ़ के हालात का हवाई सर्वे करने वाले थे, लेकिन खराब मौसम के चलते उनका हेलीकॉप्टर राजकोट के जेतपुर शहर में ही उतारना पड़ा। यहां से रूपाणी सड़क मार्ग से गीर सोमनाथ पहुंचे। सीएमओ के प्रधान सचिव के कैलासनाथन व मुख्य सचिव डॉ एनके सिंह भी मुख्यमंत्री के साथ थे। जामनगर के जाम खंभालिया में बीते चौबीस घंटे में सर्वाधिक 12.5 इंच बारिश रिकार्ड की गई जबकि माणावदर में 11, पारडी में 8, डांग में 8, देवभूमि द्वारका में 7 इंच बारिश दर्ज की गई।
गांधीनगर में मौसम निगरानी समूह की बैठक हुई जिसमें पोरबंदर, अमरेली, राजकोट, देवभूमिद्वारका, भावनगर, बोटाद, जामनगर, सुरेन्द्रनगर, मोरबी, जूनागढ, गीरसोमनाथ, कच्छ, दीव तथा दक्षिण गुजरात के सूरत, वलसाड, नवसारी, मध्य गुजरात के खेडा, आणंद, पंचमहाल, दाहोद, छोटा उदेपुर तथा उत्तर गुजरात के अहमदाबाद, गांधीनगर, साबरकांठा, पाटण, मेहसाणा आदि में भारी बरसात की चेतावनी दी है।
स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के आयुक्त एमआर कोठारी ने बताया कि एनडीआरएफ की 20 टीमों को अलर्ट रखा गया है। राज्य में बिजली व सड़क व्यवस्था को सामान्य बनाने के लिए युद्वस्तर पर कामकाज किया जा रहा है। एनडीआरएफ के जनसंपर्क अधिकारी रणबीर मिश्रा ने बताया कि सौराष्ट्र में 8, दक्षिण गुजरात में 4, उत्तर गुजरात में एनडीआरएफ की 4 टीम तैनात हैं, अब तक 573 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है। कई गांवों में मवेशियों को भी निकाला जा रहा है।
मोहन भागवत सहित सवा दो सौ सोमनाथ में ही फंसे
गुजरात के सौराष्ट्र में बाढ़ के हालात के चलते आरएसएस के सरसंघ चालक मोहन भागवत व अन्य सवा दो सौ प्रांत प्रचारक, संघ पदाधिकारी व स्वयंसेवक गीर सोमनाथ में ही फंसे हुए हैं। ये सभी सोमनाथ मंदिर के पास माहेश्वरी भवन में सुरक्षित ठहरे हैं।
गुजरात के गीर सोमनाथ में 15 से 17 जुलाई को राष्ट्रीय चिंतन शिविर का आयोजन किया गया था जिसमें सरसंघ चालक मोहन भागवत, सहसर कार्यवाह भैयाजी जोशी सहित देश के सभी राज्यों से आए प्रांत प्रचारक, पदाधिकारी व स्वयंसेवक पहुंचे थे। यहां शिविर में देश की सामाजिक, सांस्क्रतिक व राजनीतिक समस्याओं पर कई दौर के चिंतन सत्र हुए। सरसंघ चालक मोहन भागवत 12 जुलाई को ही यहां पहूंच गए थे। गीर सोमनाथ में बीते तीन दिनों से भारी बरसात हो रही है।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी मंगलवार को यहां बाढ राहत के काम का हवाई सर्वेक्षण करने जाने वाले थे लेकिन उनका हेलीकॉप्टर राजकोट के जेतपुर में ही उतारना पडा। संघ के मीडिया प्रभारी प्रदीप जैन ने बताया कि भागवत व संघ के अन्य स्वयंसेवक सोमनाथ मंदिर के पास माहेश्वरी भवन में ठहरे हैं तथा सभी पूरी तरह सुरक्षित हैं।
जानिए, किसने क्या कहा
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी खुद बाढ़ के हालात व बारिश की समीक्षा कर रहे हैं। प्रशासन पूरी तरह सतर्क व किसी भी तरह की मदद को तैयार है। नागरिकों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
-जीतूभाई वाघाणी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष।
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सरकार व प्रशासन की लापरवाही के चलते किसान व गरीब लोग बाढ़ के हालात में पिस रहे हैं। कांग्रेस इस आफत के समय में जान माल व सरकारी संपत्ति को बचाने के लिए सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सकारात्मक रूप से काम करने को तैयार है।
परेश धनाणी, नेता विपक्ष, गुजरात विधानसभा।