पुलिस अधिकारी की प्रताडऩा से तंग हो प्रशिक्षु पुलिस उपनिरीक्षक ने खुद को मारी गोली
पुलिस उपाधीक्षक एन पी पटेल की प्रताडऩा से तंग हो प्रशिक्षु पीएसआई देवेन्द्र सिंह राठौड ने सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
अहमदाबाद, जेएनएन। पूरी दुनिया जब नववर्ष के जश्न की तैयारी में डूबे थे तभी गुजरात के एक प्रशिक्षु पुलिस उपनिरीक्षक ने खुद के सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पीडि़त परिवार के दबाव में सरकार ने जांच अपराध शाखा को सौंप दी लेकिन परिजन मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी तथा आरोपी पुलिस अधिकारी के खिलाफ जांच की मांग पर अड़ा है।
गांधीनगर के कराई में बने पुलिस ट्रेनिंग अकादमी में तैनात पुलिस उपाधीक्षक एन पी पटेल की प्रताडऩा से तंग आकर 31 वर्षीय प्रशिक्षु पीएसआई देवेन्द्र सिंह राठौड ने सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस को मिले उनके सुसाइड नोट में एन पी पटेल पर मानसिक रूप से प्रताडि़त करने तथा अप्राकृतिक कृत्य के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है। मृतक के माता व पिता ने बुधवार को अहमदाबाद पुलिस आयुक्त ए के सिंह से मिलकर न्याय की मांग की वहीं सरकार से मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी, 50 लाख रुपये नकद तथा आरोपी पुलिस अधिकारी के खिलाफ हत्या के लिए दुष्प्रेरित करने का मामला दर्ज करने की मांग की।
मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद ग्रह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा व पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा को आवश्यक दिशा निर्देश दिए जिसके बाद जांच के लिए क्राइम ब्रांच की स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम का गठन किया गया। जाडेजा ने बताया कि सहायक पुलिस उपाधीक्षक सी एन राजपूत इस मामले की जांच करेंगे, उनके साथ दो पुलिस निरीक्षक व 4 पीएसआई होंगे।
परिजनों ने अभी मृतक पीएसआइ का शव नहीं लिया है, शव को कोल्ड स्टोरेज में ही रखा है। मृतक के भाई हेमेंद्रसिंह ने बताया कि मरने से चंद मिनट पहले देवेन्द्र ने उनहें एसएमएस किया था, इसमें लिखा था कि मैंने अपना बयान लिखा है, फाइल में से निकालकर देख लेना, बाय। प्राथमिक जांच में पता चला है कि देवेंद्र दो दिन पहले ही अपने साले से एक रिवॉल्वर लेकर आया था, सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि आत्महत्या से चंद मिनट पहले वह अपनी डेढ़ साल की बेटी को लेकर घर में जाते दिख रहे हैं।