शक्तिसिंह गोहिल को मिल सकती है गुजरात कांग्रेस की कमान, हार्दिक पटेल को चुनाव प्रचार का जिम्मा
राज्यसभा सदस्य एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्तिसिंह गोहिल (Shakti Singh Gohil) को गुजरात कांग्रेस की कमान सौंपी जा सकती है। वहीं हार्दिक पटेल (Hardik Patel) को चुनाव प्रचार समिति ( Election campaign committee) का अहम जिम्मा सौंपा जा सकता है।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात कांग्रेस (Gujarat Congress) की कमान राज्यसभा सदस्य एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्तिसिंह गोहिल (Shakti Singh Gohil) को दी जा सकती है। कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल (Hardik Patel) को चुनाव प्रचार समिति ( Election campaign committee) का अहम जिम्मा सौंपा जा सकता है। बिहार रवाना होने से पहले गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल एवं हाल ही कांग्रेस के साथ जुड़ने का ऐलान करने वाले गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी (Jignesh Mewani) ने दिल्ली में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के साथ मुलाकात की।
गुजरात कांग्रेस के प्रभारी के पद पर डॉ रघु शर्मा की नियुक्ति के बाद नेता विपक्ष एवं प्रदेश अध्यक्ष पद पर नए नेताओं के चुने जाने की संभावनाएं थी। अध्यक्ष पद के लिए कई वरिष्ठ व युवा नेताओं के नाम चले लेकिन बताया जा रहा है कि अब गुजरात से राज्यसभा सदस्य शक्ति सिंह गोहिल के नाम पर पार्टी में सहमति बनती नजर आ रही है। कांग्रेस आलाकमान कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल को ही अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपना चाहता था लेकिन प्रदेश के वरिष्ठ नेता इस बात को लेकर तैयार नहीं थे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री भरत सिंह सोलंकी एवं वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा गुट ने हार्दिक को अध्यक्ष बनाए जाने का सबसे प्रबल विरोध किया। भरत सिंह सोलंकी एक बार फिर अध्यक्ष बंद कर विधानसभा चुनाव का मौका चाहते थे लेकिन आलाकमान अब तीसरी बार उनको यह जिम्मेदारी सौंपने को तैयार नहीं था। गौरतलब है कि 2012 में 2017 का चुनाव गुजरात में कांग्रेस ने भरत सोलंकी के नेतृत्व में ही लड़ा था। सोलंकी परिवार की गुजरात कांग्रेस में अच्छी पकड़ है तथा ओबीसी वोट बैंक को साधने में सोलंकी परिवार कांग्रेस की अहम कड़ी बनता रहा है लेकिन 2017 से ही कांग्रेस की नजर पाटीदार समुदाय पर लगी है।
गुजरात में पाटीदार समुदाय भारतीय जनता पार्टी को वोट बैंक माना जाता है हाल ही गुजरात में निकाय चुनाव में आंशिक सफलता हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी भी पाटीदार समुदाय पर ही दांव आजमा रही है। कांग्रेस राज्यसभा सदस्य गोहिल को गुजरात का अध्यक्ष बनाती है तो निश्चित तौर पर पार्टी को एक सशक्त व निर्विवादित नेता मिलेगा। गोहिल पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में मंत्री रह चुके हैं तथा अनुभवी एवं संसदीय मामलों के अच्छे जानकार माने जाते हैं। 2015 के राज्यसभा चुनाव में अहमद पटेल के चुनाव जीतने में शक्ति सिंह गोहिल का अहम रोल था उनके सतर्क रहने के कारण ही भाजपा समर्थक 2 विधायकों के वोट रद्द किए गए जिससे अहमद पटेल 1 वोट से चुनाव जीतने में सफल रहे थे।
हार्दिक पटेल को अध्यक्ष बनाए जाने पर भी विस्तृत चर्चा हुई लेकिन कुछ दिनों पहले ही खुद हार्दिक ने यह जिम्मेदारी लेने से इनकार करते हुए कहा था कि कांग्रेस का जो भी नया अध्यक्ष होगा वह उसके साथ पार्टी का काम करेंगे। कांग्रेस में कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपकर पार्टी पहले ही उन्हें बहुत कुछ दे चुकी है। कांग्रेस निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी को अब फ्रंट फुट पर लाना चाहती है गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी गुजरात के बाहर भी दलित वोट बैंक को आकर्षित करने के लिए उनका उपयोग करेगी। सूत्रों की माने तो कांग्रेस आलाकमान गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से काफी नाराज है तथा बीते दिनों उनसे हुई मुलाकात में राहुल का संवाद काफी तल्खी भरा रहा। पिछले कई माह से कांग्रेस आलाकमान गुजरात कांग्रेस के नेताओं से नाराज बताया जाता है तथा इन नेताओं की बात सुनने को भी तैयार नहीं है।
वही कांग्रेस को जानने वाले बताते हैं कि राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी गुजरात कांग्रेस के नेताओं में हाल सबसे अधिक हार्दिक पटेल एवं जिग्नेश मेवाणी के साथ सतत संपर्क में हैं। इन नेताओं से ही मिले फीडबैक के बाद पार्टी आलाकमान गुजरात में बड़े बदलाव की तैयारी में है। गत दिनों पार्टी के प्रभारी एवं राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने भी प्रदेश के नेताओं से मिलकर रायशुमारी की जिसके बाद उनको भी गुजरात में कांग्रेस की स्थिति खराब होने के असल कारणों का पता चला जिससे वे काफी नाराज हुए।
डॉ शर्मा ने भी कांग्रेस आलाकमान को गुजरात कांग्रेस की स्थिति से अवगत कराया तथा जल्द संगठन में बड़े बदलाव की आवश्यकता बताइ। गुजरात कांग्रेस में अगले एक-दो दिन में अध्यक्ष एवं नेता विपक्ष के साथ चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष के नाम की भी घोषणा करने की संभावना है। अध्यक्ष पद पर शक्ति सिंह गोहिल की नियुक्ति की जाती है तो नेता विपक्ष का पद किसी दलित या आदिवासी नेता को तथा चुनाव प्रचार समिति की कमान हार्दिक पटेल को सौंपी जा सकती है।