अहमदाबाद मनपा लिपिक के 434 पदों की भर्ती में घोटाला, आयुक्त ने दी सफाई
अहमदाबाद महानगर पालिका में सहायक लिपिक के पदों में हुई गड़बड़ी की खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने पर हंगामा मच गया है।
अहमदाबाद, जेएनएन। अहमदाबाद महानगर पालिका में सहायक लिपिक के 434 पदों के लिए 16 परिवारों के दो से तीन सदस्यों की भर्ती होने की सूची सोशल मीडिया पर वायरल होने से हंगामा मच गया है। विपक्ष कांग्रेस और लोगों द्वारा भर्ती प्रक्रिया में घोटाला होने का आरोप लगाया गया है। उधर मनपा द्वारा आरोपों को निराधार बताते हुए कहा गया है कि उम्मीदवारों का चयन मेरिट के आधार पर ही किया गया है। 38 उम्मीदवारों के पिता का नाम, उपनाम एक ही है। जबकि दो सगे भाईयों का मेरिट के आधार पर किया गया है। मनपा आयुक्त ने भी ट्वीट कर कहा कि प्रत्याशियों के पिता का नाम एक समान तथा माता के नाम अलग-अलग है।
मनपा आयुक्त विजय नेहरा ने स्पष्टता करते हुए कि सोशल मीडिया में जो सूची वायरल की गयी है, वह भ्रामक है। सच्चाई से उसका कोई लेना-देना नहीं है। प्रत्याशियों के पिता का नाम एक ही है किन्तु माता के नाम अलग-अलग है। इसमें कहा गया है कि चार प्रत्याशियों के पिता का नाम सुरेशभाई है। वहीं तीन के पिता नाम सुरेशभाई है। तीन के पिता नाम कनूभाई है। यह भी स्पष्टता की गयी है कि दो प्रत्याशी अजय वेजभाई कोडियात्रा और विजय वेजाभाई कोडियात्रा नामक दो सगे भाइयों का चयन मेरिट के आधार पर ही किया गया है।
मनपा उपायुक्त आर.के मेहता ने स्पष्टता करते हुए कहा है कि हमने परीक्षा के दिन ओ.एम.आर.सीट और प्रोवीजनल आंसर की अपलोड किए है। सम्पूर्ण प्रक्रिया यूनिवर्सिटी द्वारा पूरी की गयी है। मनपा ने केवल सर्टिफिकेट का वेरीफिकेशन ही किया है।
गौरतलब है कि अहमदाबाद महानगरपालिका ने गत कुछ महीने पहले 435 लिपिक की भर्ती की प्रक्रिया प्रारंभ की थी। इसके पूरे होने पर इसमें भ्रष्टाचार की सुगबुगाहट शुरु हुई। बीते दिन सोशल मीडिया में एक सूची वायरल हुई है। जिसके बाद इस पर बहस शुरु हो गई है। सूची वायरल होने के बाद मनपा को अपनी शाख बचाने के लिए स्पष्टता करनी पड़ी है। सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि 16 परिवार के परिजनों के चयन में बहुत बड़ा घोटाला हुआ है। इसमें सभी अधिकारी मिले हुए है।
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