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रुपाणी सरकार ने मनाया कोरोना महामारी में अनाथ हुए बच्‍चों का जन्‍मदिन, विधवाओं को दिए 50-50 हजार रुपये

गुजरात की रुपाणी सरकार ने कोरोना संकट के दौर में अनाथ हुए बच्‍चों का जन्‍मदिन मनाया और विधवाओं के विवाह के लिए विधवा हुई महिलाओं के पुनर्विवाह के लिए 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता की भी घोषणा की।

By Babita KashyapEdited By: Published: Tue, 03 Aug 2021 08:18 AM (IST)Updated: Tue, 03 Aug 2021 08:18 AM (IST)
रुपाणी सरकार ने मनाया कोरोना महामारी में अनाथ हुए बच्‍चों का जन्‍मदिन, विधवाओं को दिए 50-50 हजार रुपये
रुपाणी सरकार अपने 5 साल पूरे होने का उत्‍सव मना रही है

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात के मुख्‍यमंत्री विजय रुपाणी ने कोरोना महामारी में अनाथ हुए बच्‍चों के साथ अपना जन्‍मदिन मनाया तथा महामारी में विधवा हुई महिलाओं के पुनर्विवाह के लिए 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता की भी घोषणा की। रुपाणी सरकार अपने 5 साल पूरे होने का उत्‍सव मना रही है, इसी के सिलसिले में रुपाणी अपने गृह जिले राजकोट पहुंचे जहां विविध विकासलक्षी योजनाओं की भी शुरुआत की।

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मुख्‍यमंत्री विजय रुपाणी का जन्‍म 2 अगस्‍त 1956 में म्‍यांमार के यांगुन शहर में हुआ था, 7 अगस्‍त 2016 में रुपाणी ने गुजरात के 16वीं मुख्‍यमंत्री के रुप में शपथ ली थी। अपनी सरकार के 5 साल पूरे होने के उपलक्ष में सरकार ने 1 से 9 अगस्‍त तक विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया है। इसके तहत सोमवार को रुपाणी अपने गृह जिले राजकोट में संवेदना सेवासेतु कार्यक्रम में शामिल हुए तथा कोरोना महामारी में अनाथ हुए 79 बच्‍चों के साथ खाना खाकर जन्‍मदिन मनाया। रुपाणी ने कोरोना महामारी में अपना पति खोने वाली महिलाओं के प्रति संवेदना जताते हुए गंगास्‍वरुपा पुन:लग्‍न योजना का ऐलान किया। इसके तहत ऐसी महिलाओं को विवाह के लिए सरकार 50 हजार रु की आर्थिक सहायता उपलब्‍ध कराऐगी। रुपाणी ने महामारी में पिता या माता एक अभिभावक खोने वाले बच्‍चों को भी दो हजार रु मासिक की सहायता देने का ऐलान किया। इससे पहले सरकार माता-पिता दोनों को खो देने वाले बच्‍चों के लिए 4 हजार रु मासिक सहायता का ऐलान किया था।

रुपाणी ने बताया कि सेवा सेतु कार्यक्रम से राज्‍य सरकार की 55 सेवाओं को जोड़ा गया है, ई सेवासेतु के जरिए अब प्रदेश के लोग सरकार के विविध प्रमाण पत्र, दस्‍तावेज, योजनओं का लाभ के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। रुपाणी ने बताया कि समााज सुरक्षा विभाग तथा जे एम फाइनेंसियल फाउंडेशन के बीच एक करार किया गया है जिसके तहत कोरोना में निराधार हुए बच्‍चों की सालाना 50 हजार रु तक की फीस फाउंडेशन सीधे स्‍कूल में जमा करा देगा। रुपाणी ने यहां कोरोना महामारी में अनाथ हुए 3963 बच्‍चों को 4 करोड 75 लाख रु की आर्थिक सहायता के वितरण की शुरुआत की तथा राजकोट महानगर पालिका के सिटीजन पोर्टल का लोकार्पण किया। समारोह में राजकोट महापौर डॉ प्रदीप डव, सांसद मोहन भाई कुंडारिया, मुख्‍यमंत्री कार्यालय में प्रधान सचिव के कैलाश नाथन, मुख्‍य सचिव अनिल मुकीम आदि भी उपस्थित रहे।


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