Coronavirus: मरकज से लौटे लोगों की तलाश करेगी खुफिया एजेंसी रॉ, गुजरात में 83 की पहचान; 68 की स्क्रीनिंग
Coronavirus. डीजीपी शिवानंद झा ने बताया कि तब्लीगी जमात के लोग स्वेच्छा से सामने नहीं आ रहे हैं। क्राइम ब्रांच व अन्य एजेंसियों के जरिए पकड़ कर क्वारंटाइन किया जा रहा है।
अहमदाबाद, जेएनएन। Coronavirus. दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तब्लीगी जमात के जलसे में गए गुजरात के लोगों की तलाश खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) करेगी। करीब 83 लोगों की तलाश कर स्क्रीनिंग की गई, जबकि 68 का अभी तक कोई पता नहीं है। कालुपुर में एक तब्लीगी परिवार के कोरोना संक्रमित पाने पर आसपास के परिवारों सहित उन्हें जांच के लिए अस्पताल भेजा गया।
गुजरात उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश विक्रमनाथ की खंडपीठ ने दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में मुस्लिम समुदाय के धार्मिक जलसे में शामिल होकर गुजरात आए मुस्लिम धर्म प्रचारकों के मुद्दे पर स्वत: संज्ञान लेते हुए गुजरात सरकार को जवाब तलब किया था। हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा था कि गुजरात से मुस्लिम समाज के कितने लोगों ने तब्लीगी जमात के जलसे में शिरकत की तथा कोरोना जैसी महामारी फैलने के बावजूद इनको बिना स्क्रीनिंग राज्य में वापस कैसे आने दिया गया।
सरकार के महाधिवक्ता कमल त्रिवेदी ने बताया कि गुजरात के सूरत, अहमदाबाद, भावनगर, आणंद, आदि शहरों से करीब डेढ़ सौ लोग दिल्ली के तब्लीगी जमात के मरकज में आयोजित सालाना जलसे में शामिल हुए थे। त्रिवेदी ने बताया कि कुछ लोग अभी तक चिन्हित नहीं किए जा सके हैं। इनकी संख्या करीब 68 बताई जा रही है। त्रिवेदी ने बताया कि रॉ की मदद ली जाएगी। सूत्र बताते हैं कि रॉ सहित कई अन्य जांच एजेंसियों के अधिकारी गुजरात का दौरा भी कर चुके हैं।
डीजीपी शिवानंद झा ने बताया कि तब्लीगी जमात के लोग स्वेच्छा से सामने नहीं आ रहे हैं। क्राइम ब्रांच व अन्य एजेंसियों के जरिए पकड़ कर क्वारंटाइन किया जा रहा है। शुक्रवार को तब्लीगी जमात के अहमदाबाद से 57, भावनगर 40, मेहसाणा 12 व सूरत में आठ की पहचान की गई।
डीजीपी शिवानंद झा ने बताया कि तब्लीगी जमात के लोग स्वेच्छा से सामने नहीं आ रहे हैं। क्राइम ब्रांच व अन्य एजेंसियों के जरिए पकड़ कर क्वारंटाइन किया जा रहा है। शुक्रवार को तब्लीगी जमात के अहमदाबाद से 57, भावनगर 40, मेहसाणा 12 व सूरत में आठ की पहचान की गई।