गुजरात में बारिश का कहर, कई जिलों में बाढ़ के हालात
गुजरात में आसमान से बरस रही आफत थमने का नाम नहीं ले रही है, मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा कर राहत कार्यों की मॉनिटरिंग करने कहा है।
अहमदाबाद। गुजरात में आसमान से बरस रही आफत थमने का नाम नहीं ले रही है, मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने मंत्रियों को बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा कर राहत कार्यों की मॉनिटरिंग करने को कहा है। इस बीच गुजरात के सांसदों ने नई दिल्ली में बैठक कर केन्द्र से राहत की मांग की।
मुख्यमंत्री विजय रुपाणी सौराष्ट्र, दक्षिण गुजरात व मध्य गुजरात के कई जिलों में बाढ़ के हालात की पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी गुजरात में आई बाढ़ को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय से लगातार संपर्क में हैं। राज्य में बुधवार को भी सौराष्ट्र व दक्षिण गुजरात में भारी वर्षा हुई, माणावदर में सर्वाधिक साढे पांच इंच बरसात गिरी। राज्य की 109 तहसील बरसात से प्रभावित हैं, इनमें मांगरोल, कोडीनार, जामनगर में 4-4 इंच बरसात हुई।
केन्द्र सरकार में गुजरात से मंत्री, भाजपा सांसदों ने गुजरात भवन में बैठक कर राज्य में बाढ़ के हालात पर चर्चा की। बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर केन्द्र से बाढ़ के हालात के सर्वे तथा राहत पैकेज की मांग की गई। बैठक में केन्द्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी, केन्द्रीय पंचायत राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रूपाला, केन्द्रीय मंत्री मनसुख मांडविया, केन्द्रीय मंत्री हरिभाई चौधरी सहित गुजरात के सांसद मौजूद रहे।
गुजरात के राजस्व मंत्री कौशिक पटेल ने बताया कि राज्य में अब तक 44 फीसदी से अधिक वर्षा हो चुकी है, सौराष्ट्र व दक्षिण गुजरात, मध्य गुजरात तथा उत्तर गुजरात में आगामी 5 दिनों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
उधर कांग्रेस ने बाढ़ राहत व बचाव कार्य के लिए पार्टी ऑफिस पर कंट्रोल रूम खोला है, लोगों की फोन पर आने वाली शिकायत पर कार्यकर्ताओं की माध्यम से मदद भेजा जाएगा। कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावडा ने सरकार पर आपदा प्रबंधन की तैयारी में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार के कारण ही 30 लोगों की मौतें हुई।