Gujarat: महात्मा गांधी और सरदार पटेल की विचारधारा को भी अपनाए भाजपाः रघु शर्मा
Gujarat गुजरात कांग्रेस प्रभारी व राजस्थान के मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि भाजपा गांधी व सरदार को तो अपना चुकी है। अब वह भीमराव अंबेडकर को भी कांग्रेस से छीन लेगी। शर्मा ने कहा कि भाजपा गांधी व सरदार का मुखौटा ही नहीं विचारधारा को भी अपनाए।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। कांग्रेस को महात्मा गांधी और सरदार पटेल के बाद अब डा भीमराव अंबेडकर के भी छिन जाने का भय सता रहा है। गुजरात कांग्रेस प्रभारी व राजस्थान के मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि भाजपा गांधी व सरदार को तो अपना चुकी है। अब वह डा भीमराव अंबेडकर को भी कांग्रेस से छीन लेगी। शर्मा ने साथ में यह भी कहा कि भाजपा गांधी व सरदार का मुखौटा ही नहीं विचारधारा को भी अपनाए। गुजरात प्रदेश कांग्रेस की ओर से अहमदाबाद में लौहपुरुष सरदार पटेल की जयंती व पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्य तिथि पर आयोजित समारोह में रघु शर्मा ने कहा कि भाजपा ने महात्मा गांधी व सरदार पटेल को अपना लिया यह बहुत अच्छी बात है। भाजपा को वोट बैंक के लिए उनका मुखौटे के रूप में इस्तेमाल नहीं करके उनकी विचारधारा को भी अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा अब डा भीमराव अंबेडकर को भी छीन लेगी। कांग्रेस नेता ने कहा कि सरदार पटेल आजीवन कांग्रेस में रहे। कांग्रेस की विचारधारा गांधीजी की नस-नस में बसी थी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सांप्रदायिक सोच के कारण ही सरदार पटेल ने उस पर प्रतिबंध लगाया था।
कांग्रेस के चिंतन शिविर में राहुल गांधी करेंगे शिरकत
इस मौके पर गुजरात कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा ने कहा कि कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ताओं को ऐतिहासिक तथ्यों से अवगत कराने के लिए कांग्रेस 10 से 13 नवंबर तक चिंंतन शिविर का आयोजन करेगी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी चिंतन शिविर में शिरकत करेंगे। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री भरत सोलंकी ने भाजपा पर देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू व देश के प्रथम गृहमंत्री सरदार पटेल के बीच मतभेद की बातों को बढ़ा-चढ़ाकर युवा पीढ़ी को गुमराह करने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि नेहरू व इंदिरा गांधी एक नामी परिवार में पैदा हुए थे, जिसमें धन दौलत की कोई कमी नहीं थी। लेकिन देशभिक्त के कारण उन्होंने आजादी के आंदोलन में भाग लिया और नेहरू कई साल तक जेल में भी रहे। नेता विपक्ष परेश धनाणी ने कहा कि आरएसएस देश में गांधीजी की विचारधारा को खत्म करने का प्रयास कर रहा है। कांग्रेस हमेशा नफरत की विचारधारा के खिलाफ रही है तथा गुजरात की साढ़े छह करोड़ की जनता भी इस विरोध में शामिल होगी।