Lockdown: अहमदाबाद में श्रमिकों का हंगामा, पुलिस पर पथराव; 50 गिरफ्तार
Lockdown अहमदाबाद में भी अपने अपने प्रदेश जाने की जिद को लेकर प्रवासी श्रमिकों ने सड़क पर हंगामा किया तथा पुलिस पर पथराव किया।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात में सूरत, राजकोट के बाद अहमदाबाद में भी अपने-अपने प्रदेश जाने की जिद को लेकर प्रवासी श्रमिकों ने सड़क पर जमकर हंगामा किया तथा पुलिस पर पथराव किया। इस मामले में अब तक 50 से अधिक श्रमिकों की धरपकड़ हो चुकी है। उग्र श्रमिकों को काबू में करने के लिए पुलिस ने 4 टीयर गैस छोड़ी व लाठीचार्ज किया। सूरत व मेहसाणा में भी श्रमिकों के सड़कों पर उतरने की खबर है।
वस्त्रापुर इलाके में भारतीय प्रबंध संस्थान अहमबाद के करीब एक कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करने वाले श्रमिक सोमवार सुबह अचानक सड़कों पर उतर आए व हंगामा करने लगे। नजदीक में ही होटल हयात, अल्फा वन मॉल व पुष्टीमार्गी हवेली होने से इस मार्ग पर अक्सर वीआईपी मूवमेंट रहता है। श्रमिक कई दिनों से प्रशासन से अपने गांव भेजने की मांग कर रहे थे, लेकिन कई श्रमिक ट्रेन जाने के बावजूद इनका नंबर नहीं लगा। इसके चलते सोमवार सुबह वे सडकों पर उतर आए। श्रमिकों ने पुलिस पर भी जमकर पथराव किया।
उग्र श्रमिकों को काबू में करने के लिए पुलिस ने टीयर गैस छोडी व हल्का बल प्रयोग भी किया। पथराव में कुछ पुलिस कर्मियों को चोटें आई है। अब तक 50 से अधिक श्रमिकों की धरपकड़ की खबर है। सूरत के पीपोदरा औद्योगिक क्षेत्र व मेहसाणा में भी श्रमिकों ने वेतन व घर जाने की मांग को लेकर हंगामा किया। दो दिन से राजकोट में श्रमिक हंगामा कर रहे थे। इसमें एक पुलिस अधीक्षक सहित कई पुलिसकर्मी को चोटें आई थी।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने रविवार को ही राजकोट में श्रमिकों के उग्र होकर तोड़फोड़ व आगजनी की घटना को अंजाम देने के बाद श्रमिकों से शांति व संयम बरतने की अपील की थी। पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा ने भी चेताया था कि पुलिस व सरकारी कर्मचारियों के काम में बाधा पहुंचाने वालों व उन पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।
गौरतलब है कि बीते दो दिनों से राजकोट के जंगलेशवर शापर में श्रमिकों ने घर जाने की जिद को लेकर हंगामा कर रखा था। रविवार को श्रमिक उग्र हो गए तथा कार्यालय व वाहनों में आगजनी की तथा कई जगह तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया। श्रमिकों के पथराव से पुलिस अधीक्षक सहित कई पुलिसकर्मियों को चोंटें आईं, जिसके बाद पुलिसने टीयर गैस से हल्का बल प्रयोग कर श्रमिकों को तितर-बितर किया।