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Gujarat: प्राचार्य ने एलएलबी की परीक्षा में अपनी जगह चपरासी को बिठा दिया

Gujarat हेमचंद्राचार्य विश्‍वविद्यालय की एलएलबी प्रथम वर्ष की ऑनलाइन परीक्षा में एक कॉलेज प्राचार्य ने अपने स्‍थान पर कॉलेज के चपरासी को परीक्षा दिलाने बिठा दिया। जांच में दोषी पाए जाने पर प्राचार्य का परीक्षा परिणाम रद करने के बाद अब उन पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Wed, 28 Jul 2021 07:00 PM (IST)Updated: Wed, 28 Jul 2021 07:00 PM (IST)
Gujarat: प्राचार्य ने एलएलबी की परीक्षा में अपनी जगह चपरासी को बिठा दिया
प्राचार्य ने एलएलबी की परीक्षा में अपनी जगह चपरासी को बिठा दिया। फाइल फोटो

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। उत्‍तर गुजरात के हेमचंद्राचार्य विश्‍वविद्यालय की एलएलबी प्रथम वर्ष की ऑनलाइन परीक्षा में एक कॉलेज प्राचार्य ने अपने स्‍थान पर कॉलेज के चपरासी को परीक्षा दिलाने बिठा दिया। जांच में दोषी पाए जाने पर प्राचार्य का परीक्षा परिणाम रद करने के बाद अब उन पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। हेमचंद्राचार्य उत्‍तर गुजरात विश्‍वविद्यालय की एलएलबी प्रथम वर्ष के पहले सेमेस्‍टर की ऑनलाइन परीक्षा मई, 2021 में आयोजित की गई थी। जिसमें मोडासा के एक कॉलेज प्राचार्य ने अपनी जगह कॉलेज के चपरासी को परीक्षा देने बिठा दिया तथा उसकी मदद के लिए प्राचार्य ने एक लॉ स्‍टूडेंट को साथ में रखा। गौरतलब है कि ऑनलाइन परीक्षा देते समय एक मिनट में परीक्षार्थी के 20 फोटो खिंच जाते हैं।

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इसके बावजूद प्राचार्य ने यह फर्जीवाड़ा कर डाला। विश्‍वविद्यालय को गत दिनों एक बेनामी शिकायती पत्र मिला। जब इसकी जांच की गई तो परीक्षा विभाग की जांच में फर्जी परीक्षार्थी की बात पकड़ी गई। इसके बाद कुलपति जेजे वोरा ने एक सदस्‍यी जांच समिति गठित की। समिति सदस्‍य हरेश चौधरी ने सोमवार को इस मामले की जांच रिपोर्ट विश्‍वविद्यालय के सुपुर्द की। चौधरी ने बताया कि प्राचार्य ने ऑनलाइन परीक्षा में गड़बड़ी की बात स्‍वीकार की है। इस मामले में उनकी परीक्षा रद कर दी गई है। साथ ही, उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की भी तैयारी चल रही है। चौधरी ने बताया कि एक बेनामी पत्र से इस फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हुआ है। ऑनलाइन परीक्षा के लिए सॉफटवेयर एजेंसी की मदद ली गई थी। उसके भी डेटा से भी जांच में मदद ली गई हैं। चौधरी ने एक प्राचार्य के ऐसा करने को अधिक गंभीर माना है। 

गौरतलब है कि मेडिकल के जूनियर छात्रों की रैगिंग मामले में एंटी रैगिंग कमेटी ने दो डॉक्टरों को बर्खास्‍त कर दिया, जबकि एमबीबीएस थर्ड इयर के पांच छात्रों को हॉस्‍टल से निकाल दिया है। एमएस विश्‍वविद्यालय वडोदरा से संबद्ध व स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्याण विभाग संचालित गुजरात मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च सोसायटी के एमबीबीएस थर्ड इयर के छात्रों ने एमबीबीएस सेकेड इयर के करीब 60 छात्रों को गत 17 जुलाई को सुबह चार बजे उठाकर उनसे सौ-सौ उठक बैठक कराकर उनकी रैगिंग की। इसके बाद एक छात्र को उल्‍टी हुई तथा उसकी तबियत खराब हो गई। इसके बाद उसे अस्‍पताल में भर्ती कराना पड़ा। जीएमइआरएस की डीन डॉ वर्षा गोडबोले ने बताया कि एंटी रैगिंग कमेटी की सोमवार को बैठक हुई, जिसमें दो डॉक्‍टर को बर्खास्‍त करने तथा एमबीबीएस थर्ड इयर के पांच छात्रों को हॉस्‍टल छोडने को कहा गया है। 


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