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Gujarat: सोने से मढ़े जा रहे सोमनाथ मंदिर के 1400 कलश

Gujarat सोमनाथ मंदिर के 1400 कलशों को सोने से मढ़ने का काम किया जा रहा है। यह कार्य 2021 के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। इस कार्य को मंदिर ट्रस्ट कर रहा है। ट्रस्ट के पीके लहरी ने कहा कि इसमें पांच सौ लोगों ने अपना सहयोग दिया।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Wed, 23 Dec 2020 06:04 PM (IST)Updated: Wed, 23 Dec 2020 09:26 PM (IST)
Gujarat: सोने से मढ़े जा रहे सोमनाथ मंदिर के 1400 कलश
सोमनाथ मंदिर के 1400 कलश सोने से मढ़े जा रहे हैं। फाइल फोटो

अहमदाबाद, एएनआइ। Gujarat: गुजरात स्थित सोमनाथ मंदिर के 1400 कलशों को सोने से मढ़ने का काम किया जा रहा है। यह कार्य 2021 के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। सोने से मढ़ने के कार्य को सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट कर रहा है। ट्रस्ट के पीके लहरी ने कहा कि इसमें करीब पांच सौ लोगों ने अपना सहयोग दिया है। उन्होंने बताया कि कलशों में लगे सोने की चमक रात में दिखे, इसके लिए रोशनी की भी अच्छी व्यवस्था की जा रही है। कलशों को सोने से मढ़ने और रोशनी की व्यवस्था के बाद यह मंदिर और भी सुंदर लगेगा। गौरतलब है कि सोमनाथ मंदिर गुजरात के सौराष्ट्र में स्थित है। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से सोमनाथ मंदिर को सबसे पहला मंदिर माना जाता है। ऋग्वेद के मुताबिक, सोमनाथ मंदिर का निर्माण चंद्रदेव ने किया था।

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इतिहासकारों के मुताबिक, सोमनाथ मंदिर को वर्ष 1024 ईसवी में महमूद गजनबी ने तहस-नहस कर दिया था। इस मंदिर की मूर्ति को तोड़ने से लेकर यहां पर चढ़े सोने और चांदी तक के सभी आभूषणों को लूट लिया था। हीरे और जवाहरातों को लूटकर अपने देश गजनी लेकर चला गया था। महमूद गजनवी के बाद कई मुगल शासकों ने सोमनाथ को खंडित कर लूटपाट की। इसे 17 बार नष्ट किया गया और हर बार इसका पुनर्निर्माण किया गया था। यहां मंदिर के अलावा सोमनाथ बीच, त्रिवेणी संगम मंदिर, पांच पांडव गुफा, सूरज मंदिर जैसी कई दिलचस्प जगहों पर घूम सकते हैं। यहां पर बोटिंग के साथ शाम को होने वाली भव्य आरती भी खास है। फ्लाइट से जाने के लिए दीयू एयरपोर्ट सबसे नजदीक पड़ेगा, जो सोमनाथ मंदिर से 60 किलोमीटर से दूरी पर है। एयरपोर्ट उतरकर टैक्सी से यहां पहुंच सकते हैं। ट्रेन से जाने के लिए जबलपुर, अहमदाबाद, राजकोट, पोरबंदर में से एक रेलवे स्टेशन पर उतर सकते हैं। इस मंदिर के दर्शन के लिए कभी भी जा सकते हैं।


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