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अहमदाबाद-जयपुर फ्लाइट में कबूतर उड़ने से मचा हडकंप, यात्रियों के उड़े होश

अहमदाबाद से जयपुर जाने के लिए गो एयर फ्लाइट के अंदर अचानक कबूतर के आ जाने से यात्रियों और फ्लाइट कर्मियों के होश उड़ गये।

By Babita kashyapEdited By: Published: Sat, 29 Feb 2020 01:49 PM (IST)Updated: Sat, 29 Feb 2020 01:49 PM (IST)
अहमदाबाद-जयपुर फ्लाइट में कबूतर उड़ने से मचा हडकंप, यात्रियों के उड़े होश
अहमदाबाद-जयपुर फ्लाइट में कबूतर उड़ने से मचा हडकंप, यात्रियों के उड़े होश

अहमदाबाद, जेएनएन। फ्लाइट और कबूतरबाजी का चोली दामन का साथ है। हवाई सफर कर अवैध तौर पर विदेश जाने को कबूतरबाजी का नाम दिया जाता है। परन्तु यहां कबूतरबाजी का अर्थ ही अलग है। यहां अहमदाबाद हवाई अड्डे पर उड़ान भरने के लिए तैयार हवाई जहाज में दो कबूतरों के उड़ने से यात्रियों और फ्लाइट कर्मियों के होश उड़ गये।

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अहमदाबाद से जयपुर जाने के लिए गो एयर फ्लाइट जी-8-702 सायं 4.30 बजे एप्रन पर लायी गयी। यात्री भी हवाई जहाज में बैठ गये। फ्लाइट का गेट भी बंद कर दिया गया। इसके बाद 4.50 बजे फ्लाइट टेक ऑफ के लिए रन वे पर लायी गयी। तभी एक यात्री ने बैग रखने के लिए लगेज का शेल्फ खोला तो उसमें से दो कबूतर निकले।

फ्लाइट में कबूतर देखते ही यात्रियों में आश्चर्य फैल गया। कबूतर हवाई जहाज में एक किनारे से दूसरे किनारे तक उड़ने लगे। यात्री उन्हें पकड़ने का प्रयास करने लगे। इस सबसे अवगत क्रू मेम्बर्स से यात्रियों से शांति का अनुरोध किया। एयरलाइन्स कर्मियों ने ग्राउन्ड स्टाफ को इससे अवगत करवाया। आखिर कार फ्लाइट का गेट खोल काफी प्रयासों के बाद कबूतरों को बाहर निकाला गया। इस घटना से एयरलाइन्स के चौकचांबद होने के दावों की पोल खुल गयी। इस घटना के कारण फ्लाइट अपने निर्धारित समय 6.45 के बजाय 7.15 बजे जयपुर पहुंची।

अहमदाबाद एयरपोर्ट के आसपास नॉनवेज की दुकानों के कारण भी यहां पक्षियों की संख्या ज्‍यादा रहती हैं। कोतरपुर वॉटर वर्क्स के पास पेड़ों की संख्या भी अधिक है। इसलिए भी पक्षी अधिक हैं। पक्षियों को रन वे से भगाने के लिए विशेष कर्मचारियों को तैनात किया जाता हैं। वे एरोगन से फायरिंग पटाखे दगा कर उन्हें भगाते हैं। 

अहमदाबाद हवाई अड्डे पर बंदरों का भी आतंक अधिक है। बंदरों को भगाने के लिए भालू के वेश में कर्मचारियों को तैनात किया जाता हैं। इतनी सावधानी के बाद भी पक्षियों की इस प्रकार की घटनाएं होती रहती हैं।


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