Heavy Rain In Gujarat: गुजरत में भारी बारिश, जूनागढ़ में नवनिर्मित पुल ढहा
Heavy Rain In Gujarat गुजरात में भारी बारिश और बाढ़ के चलते जूनागढ़ के बामनसा गांव में एक नवनिर्मित पुल ढह गया। इस कारण आने-जाने वाले लोगों को परेशानी हो रही है।
अहमदाबाद, एएनआइ। Heavy Rain In Gujarat: गुजरात में सोमवार को भारी बारिश और बाढ़ के चलते जूनागढ़ के बामनसा गांव में एक नवनिर्मित पुल ढह गया है। भारी बारिश के कारण जलभराव में आने-जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बारिश की वजह से जगह-जगह पानी भर गया है। जलभराव की वजह से कई जगहों पर जाम लग गया। हालांकि अभी तक जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। मौसम विभाग ने सौराष्ट्र व दक्षिण गुजरात में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
जागरण संवाददाता के मुताबिक, गुजरात में बीते चौबीस घंटे में भारी बारिश ने नदियों व बांधों को लबालब कर दिया है। राजकोट, द्वारिका, पोरबंदर, सहित कई शहर व कस्बे पानी भर जाने से टापू बन गए हैं। मौसम विभाग ने सौराष्ट्र व दक्षिण गुजरात में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है। मौसम विभाग निदेशक जयंत सरकार ने बताया कि सौराष्ट्र व दक्षिण गुजरात तथा अहमदाबाद वगांधीनगर में आगामी तीन दिनों में भारी बारिश होगी। द्वारिका के खंभालिया, राजकोट, पोरबंदर, कल्याणपुर, राणावाव आदि शहरों में बीते चौबीस घंटे में सबसे अधिक बारिश हुई।
मौसम विभाग के अनुसार, राज्य की 111 तहसील में मानसून सक्रिय है। सोमवार को सुबह छह से शाम को छह बजे तक जामनगर के कालवाड 275 मिमि, राजकोट के पडधरी में 170 मिमि, जामनगर के ध्रोल में 123 मिमि, कच्छ के भचाउ व राजकोट में 118 व 117 मिमि बारिश हुई। इसके अलावा मोरबी, पोरबंदर आदि शहरों में भी जमकर बारिश हुई। अहमदाबाद में दिनभर बादल छाए रहे तथा शाम को बादलों की गर्जना के साथ जोरदार बारिश हुई।
मौसम विभाग ने सौराष्ट्र, कच्छ, दमण, दीव व दादरा नगर हवेली तथा अहमदाबाद व गांधीनगर में आगामी तीन दिनों में जोरदार बारिश की चेतावनी दी है। बीते चौबीस धंटे की बरसात से सौराष्ट्र की कई नदियां लबालब होकर बह रही है, वहीं बांध ओवरफ्लो हो गए। सौराष्ट्र की शैत्रुंजी नदी, भादर, वासवाडी, वेणु, कंडावती, सोमज, रावल, ओझत, न्यारी, मछुंद्री, ढाढर आदि नदियां उफान पर हैं। उधर, आजी बांध, ओजत, न्यारी, वेणु, शैत्रुंजी सहित एक दर्जन बांध लबालब होने के बाद उनके फाटक खोल दिए गए।