Gujarat: खेत में दबी मिली नवजात बच्ची, चल रहा इलाज
Gujarat किसान जब अपने खेत में पहुंचा तो उसे जमीन में कुछ हिलता नजर आया। नजदीक जाने पर बच्ची का हाथ जमीन के बाहर निकला दिखा। मिट्टी को हटाकर जब नवजात को बाहर निकाला गया तो वह पूरी तरह स्वस्थ नजर आई।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। Newborn girl found: गुजरात (Gujarat) के साबरकांठा (Sabarkantha) जिले के गाभोई गांव में एक नवजात बच्ची को जमीन में दबा देने का मामला सामने आया है। खेत मालिक ने बच्ची को बाहर निकालकर उसे अस्पताल पहुंचाया है, जहां उसका इलाज चल रहा है।
किसान को खेत में मिली नवजात बच्ची
किसान (Farmer) गुरुवार दोपहर जब अपने खेत में पहुंचा तो उसे जमीन में कुछ हिलता नजर आया। नजदीक जाने पर नवजात बच्ची का हाथ जमीन के बाहर निकला दिखा। मिट्टी को हटाकर जब नवजात को बाहर निकाला गया तो वह पूरी तरह स्वस्थ नजर आ रही थी। वह लगातार रो रही थी।
पुलिस कर रही नवजात बच्ची के परिजनों की तलाश
108 एंबुलेंस को बुलाकर नवजात बच्ची को अस्पताल ले जाया गया। जांच करने पर पता चला कि उसे श्वांस लेने में थोड़ी परेशानी हो रही है। चिकित्सक उसके स्वास्थ्य पर नजर रख रहे हैं। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर बच्ची के माता-पिता की खोज शुरू कर दी है।
सुरेंद्रनगर जिले में गत दिनों 600 फीट गहरे बोरवेल में खेलते- खेलते जा गिरी एक बालिका को आर्मी ने अत्याधुनिक साधनों से रेस्क्यू आपरेशन कर बाहर निकाला था। जिले के धांगध्रा इलाके में गाजणवाव गांव में शनिवार सुबह मनीषा नाम की एक बालिका खेलते-खेलते 600 फीट गहरे बोरवेल में जा गिरी। हादसे की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड के कर्मचारी मौके पर पहुंचे तथा आर्मी को भी मदद के लिए बुलाया गया। यह बालिका बोरवेल में 60 फीट पर फंसी हुई थी, जिसे आर्मी के जवानों ने आधुनिक साधनों के साथ करीब पांच घंटे की मेहनत कर सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
मनीषा पूरी तरह स्वस्थ है। इस आपरेशन में आर्मी के साथ जिला स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी व चिकित्सक भी लगातार मौजूद रहे। चिकित्सकीय निरीक्षण के लिए मनीषा को अस्पताल में रखा गया। मनीषा पूरी तरह स्वस्थ है। कई घंटे तक बोरवेल में फंसे होने के कारण थोड़ा भय ग्रस्त रही। चिकित्सकों ने लगातार मनीषा की निगरानी कीहैं। चिकित्सकों ने बताया कि मनीषा खतरे से बाहर और पूरी तरह स्वस्थ है।