गुजरात में मनरेगा के ठेकेदार की मनमानी, श्रमिकों के एटीएम से रुपये निकाल लिए
गुजरात में मनरेगा के ठेकेदार की मनमानी श्रमिकों के एटीएम से रुपये निकाल लिए
अहमदाबाद। राज्य में कोरोना वायरस के कारण शुरू हुए लोकडाउन में मजदूरों को रोजी रोटी का सवाल पैदा हुआ हैं। वहीं उत्तर गुजरात के मनरेगा श्रमिकों के खाते से ठेकेदार एटीएम के जरिए रुपये उठा लेने की घटना से दोहरी मार पड़ी हैं। महेसाणा में कार्यरत 80 श्रमिकों द्वारा इसका वीडियो वायरल करने से बाद ठेकेदार की करतूत उजागर हुई है।
जानकारी के अनुसार उत्तर गुजरात के महेसाणा जिले की विजापुर तहसील के वडासण गाँव में मनरेगा में काम कर रहे 80 श्रमिकों ने वीडियो वायरल किया हैं। इसमें इन्होंने आरोप लगाया है कि उनका एटीएम कार्ड ठेकेदार ने हड़प लिया हैं। इसकी शिकायत के बाद भी प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया हैं। सरकार मनरेगा के श्रमिकों के खाते में प्रतिदिन 270 रुपये जमा करवाती है। ऐसे समय ही ठेकेदार ने श्रमिकों का एटीएम जमा कर लिया हैं। जिला कलेक्टर ने अभी तक इस पर कोई कदम नहीं उठाया हैं।
लोकडाउन के दौरान मनरेगा के श्रमिकों की स्थिति खराब है। सरकार उनके खाते में प्रतिदिन 270 रुपये जमा करवाती हैं। इसकी जानकारी मिलते ही मनरेगा के ठेकेदार ने श्रमिकों का एटीएम कार्ड जमा करवा लिया। इन श्रमिकों ने 6-7 वीडियो वायरल कर अपनी समस्या से अवगत करवाया हैं। इन्होंने कहा कि काम बंद होने पर भी सरकार हमारे खाते में रुपये जमा करवा रही है फिर भी हमें रुपये नहीं मिल रहे हैं। राज्य सरकार का मानना है कि श्रमिकों के खाते में जमा होने के कारण भ्रष्टाचार नहीं होगा, परन्तु यहाँ तो मनरेगा का ठेकेदार ही एटीएम कार्ड हड़प कर रुपये उठा रहा हैं।
श्रमिकों ने वीडियो में कहा है कि ठेकेदार ने यह कहकर एटीएम ले लिया कि जब काम शुरू होगा। तब उन्हें दे दिया जायेगा। वर्तमान समंय मे काम बंद हैं। कब चालू होगा इसका ठिकाना नहीं है। ऐसे में ठेकेदार रुपये उठा रहा हैं।
लोगों का मानना है कि प्रशासन सीसीटीवी कैमरे की जांचकर मामले की पर्दाफाश करे, जिससे श्रमिकों का शोषण रोका जा सके।