Gujarat Fire News: गुजरात के खेड़ा टाउन थाना परिसर में लगी भीषण आग, 25 से अधिक वाहन जलकर खाक
गुजरात के खेड़ा जिले के टाउन थाना परिसर में आज रात आग लगने से बाइक ऑटोरिक्शा और कारों सहित 25 से अधिक वाहन जलकर खाक हो गए। ये आग किसे लगी इसकी विस्तृत जानकारी अभी नहीं मिल पायी है ।
गुजरात, एएनआई। गुजरात के खेड़ा जिले के टाउन थाना परिसर में आज रात आग लगने से बाइक, कारों और आटोरिक्शा सहित 25 से अधिक वाहन जलकर खाक हो गए। आग की इस घटना को लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। ये आग कैसे लगी है, इसकी अभी जानकारी नहीं मिल सकी है। राहत बचाव दल अभी भी मौके पर मौजूद है।
जानकारी के अनुसार, गुजरात के खेड़ा जिले के टाउन थाना परिसर में आज रात आग लगने से बाइक, ऑटोरिक्शा और कारों सहित 25 से अधिक वाहन जलकर खाक हो गए। ये आग कैसे लगी इसकी विस्तृत जानकारी अभी नहीं मिल पायी है । मालूम हो कि आग इतनी भीषण थी कि दमकलकर्मियों को भी इस पर काबू पाने में काफी समय लगा। हालांकि गनीमत ये रही कि इस आग की घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। पुलिस थाने में रखें वाहन जल गए।
माना जा रहा है कि पुलिस थाने के बगल से हाईटेंशन लाइन गुजरती है जिसमें शार्ट सर्किट के कारण यह आग लगी है। घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड के जवान मौके पर पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। पुलिस थाने मैं पड़े कारें दुपहिया वाहन आदि पूरी तरह जलकर खाक हो गए आग की लपटें बहुत दूर-दूर तक देखी गई लंबे समय तक यह मार्ग पूरी तरह ब्लॉक हो गया तथा आसपास के इलाके में अफरा-तफरी का माहौल रहा। हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है नुकसान का आकलन पुलिस व प्रशासन कर रहा है
गांधीनगर केमिकल कंपनी के टैंक की सफाई के दौरान पांच मजदूरों की मौत
मालूम हो कि गुजरात में गांधी नगर के कलोल औद्योगिक क्षेत्र टैंक में रासायनिक गैस के चलते पांचों श्रमिकों की जान चली गई। दरअसल गुजरात में गांधी नगर के कलोल औद्योगिक क्षेत्र में दवा बनाने की एक कंपनी के वाटर टैंक में उतरे एक मजदूर ने जहरीली गैस के कारण दम घुटने से मदद के लिए पुकार लगाई तो चार अन्य श्रमिक भी इस टैंक में उतरे, लेकिन जिंदा वापस नहीं आ सके। टैंक में रासायनिक गैस के चलते पांचों श्रमिकों की जान चली गई।
गांधीनगर जिले के कलोल कस्बे के खात्रज गांव में गुजरात औद्योगिक विकास निगम क्षेत्र के प्लाट 10 ब्लाक नंबर 58 में दवा कंपनी तुत्सन फार्मा के वाटर प्रोसेस टैंक की सफाई का काम चल रहा था। एक मजदूर नीचे उतरा तथा कुछ देर बाद उसने दम घुटने के चलते मदद के लिए पुकारा, एक के बाद एक मदद के लिए बाहर खड़े चार श्रमिक इस टैंक में उतरे, लेकिन जहरीली गैस के प्रभाव के चलते इन पांचों की मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही गांधीनगर फायर ब्रिगेड के कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचे तथा पांचों श्रमिकों के शव बाहर निकाले। पुलिस का मानना है कि जहरीली गैस के प्रभाव के चलते श्रमिकों की मौत हुई है।