Gujarat By Poll 2019: गुजरात कांग्रेस में भी टिकट वितरण को लेकर कद्दावर नेता जयराज सिंह नाराज
Gujarat By Poll 2019 टिकट वितरण को लेकर गुजरात कांग्रेस के नेता जयराज सिंह नाराज हो गए हैं हरियाणा से लेकर महाराष्ट्र तक कांग्रेस आलाकमान के फैसलों से नाराजगी अब जगजाहिर है।
अहमदाबाद, जेएनएन। Gujarat By Poll 2019 हरियाणा से लेकर महाराष्ट्र तक कांग्रेस आलाकमान के फैसलों को लेकर स्थानीय नेताओं की नाराजगी जगजाहिर हो चुकी है उसकी चिंगारी अब गुजरात में भी पहुंच गई है। प्रदेश कांग्रेस के कद्दावर नेता जयराज सिंह ने टिकट वितरण पर खुलेआम हमला बोला है।
उत्तर गुजरात के क्षत्रिय नेता जयराज सिंह कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता हैं तथा जिला पंचायत प्रमुख भी रह चुके हैं। कांग्रेस में शंकरसिंह वाघेला के कार्यकाल में जयराज सिंह की तूती बोलती थी सभी उन्हें वाघेला का करीब व समर्पित नेता मानते थे लेकिन जब 2017 में वाघेला ने कांग्रेस से बगावत कर पार्टी से किनारा कर लिया तब जयराज सिंह कांग्रेस के साथ रहे। एक निजी बातचीत में वे पार्टी बदलने तथा नेताओं के साथ जाकर पार्टी के खिलाफ नहीं जाना चाहते थे।
गुजरात विधानसभा की छह सीट पर हो रहे उपचुनाव में उनको खेरालू से उम्मीदवार बनाए जाने की उम्मीद थी। जयराज लंबे समय से इस क्षेत्र में तैयारी कर रहे थे तथा कांग्रेस के निषठावान कार्यकर्ताओं में गिने जाते हैं लेकिन पार्टी आलाकमान ने पहले विधानसभा चुनाव में तथा अब उपचुनाव में भी उनकी उपेक्षा की तो उनका दर्द छलक गया।
जयराज ने ट्वीट करते हुए कहा कि दोस्तों पार्टी की राजनीति से थक चुका हैं, लगता है अब विश्राम करने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि पार्टी के ऐसे ही रवैए के चलते उनके राजपूत समुदाय के कई नेताओं ने कांग्रेस छोड दी लेकिन वे कांग्रेस में बने रहे। आज उन्हें अपने इस फैसले पर अफसोस हो रहा है। कांग्रेस ने उनके स्थान पर खेरालू विधानसभा सीट से उपचुनाव में बाबूजी ठाकोर को उम्मीदवार बनाया है जो उन्हें नागवार गुजरा है।
हालांकि जयराज ने पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया लेकिन उनकी बातों से लग रहा है कि अब पार्टी में उनके लिए कोई स्थान नहीं रह गया है इसलिए विश्राम करना ही बेहतर होगा। गुजरात कांग्रेस में यह पहला मौका नहीं हैजब राजनीतिक समीकरणों के चलते कांग्रेस ने अपनेही कद्दावर नेता को नाराज किया हो। इससे पहले सौराष्ट्र के दिग्गज नेता दिवंगत विट्रठल रादडिया ने भी पार्टी के फैसलों से तंग आकर पाला बदल लिया था।
वरिष्ठ नेता शंकरसिंह वाघेला विधानसभा चुनाव प्रचार समिति के संयोजक बनना चाहते थे लेकिन कांग्रेस ने उनहें सीएम पद का प्रतयाशी नहीं बनाने के चलतेऐसा निर्णयनहीं कर सकी, वाघेला बाद में पार्टी से अलग हो गए तथा अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पाटी्र के प्रदेश अध्यक्ष हैं। हो सकताहै जयराजसिंह अब भाजपा या एनसीपी का दामन थाम लें, हालांकि एक भाजपा नेता का यह भी मानना है कि दिवाली से पहले कांग्रेस विधायक व कुछ नेता पार्टी छोडकर भाजपा में शामिल होंगे।
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