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गुजरात पतंग महोत्सव में भी छाए पीएम नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी

Gujarat Kite Festival. गुजरात पतंग महोत्सव में इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राहुल गांधी छाए हुए हैं।

By Sachin MishraEdited By: Published: Thu, 10 Jan 2019 05:23 PM (IST)Updated: Thu, 10 Jan 2019 05:25 PM (IST)
गुजरात पतंग महोत्सव में भी छाए पीएम नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी
गुजरात पतंग महोत्सव में भी छाए पीएम नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी

अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात पतंग महोत्सव में जहां हर बार नेता, अभिनेता और देवी-देवता छाए रहते थे। वहीं, इस बार इस महोत्सव में सरदार पटेल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राहुल गांधी छाए हुए हैं। गुजरात के पतंग बाजारों में जो पतंग दिख रही हैं, उनमें भी मोदी जंग राहुल, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी लोगों में अधिक लोकप्रिय हो रही हैं।

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अहमदाबाद के रिवरफ्रन्ट पर चल रहे 30वें अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव में 45 देशों से आए 151 पतंगबाज पेंच लड़ा रहे हैं। वहीं, शहर के बाजार रंग-बिरंगी पतंगों से सज गए हैं। इस बार स्टैच्यू ऑफ यूनिटी वाली पतंग बाजार में अधिक दिखाई दे रही हैं। दो से पांच फीट की इस पतंग की कीमत 10 रुपये से लेकर 50 रुपये तक है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी छाप वाली इन पतंगों में सबसे ऊंचा सबसे शानदार, लौह पुरुष है हमारे सरदार छपी हुई पतंग लोगों को बहुत पसंद आ रही है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को सैल्यूट मारते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पतंग भी बहुत लोग खरीद रहे हैं। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मोदी जंग राहुल की पतंग भी आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। वहीं, बच्चों में छोटा भीम, डोरेमॉन, निजा हथौड़ी जैसे कार्टून के किरदारों वाली पतंगों भी अधिक मांग है।

व्यापारियों का कहना है कि सरदार पटेल की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी छाप पतंगों की ज्यादा मांग है। तीन राज्यों में कांग्रेस की जीत के बाद राहुल गांधी की पतंगों की भी मांग बढ़ गई है। व्यापारियों का मानना है कि एक महीने में राहुल गांधी और नरेंद्र मोदी, किसमे कितना है दम, टक्कर, महासंग्राम छाप वाली विभिन्न प्रकार की पतंग बनाई गई हैं। इसके अलावा काली चील, सफेद चील सहित रंग-बिरंगी पतंगों की भी अधिक मांग है।

अहमदाबाद शहर के कालुपूर स्थित पतंग के व्यापारी फारुख भाई तथा एहसान भाई बताते हैं कि गत वर्ष की तुलना इस वर्ष पतंग बाजार में थोड़ी मंदी है। जिसके चलते इस बार पतंगों और माझों की कीमतों में 10 से 15 फीसद की कटौती की गई है। बाजार में एक रुपये से लेकर 50 रुपये की कीमत के पतंगें उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि लोगों की मांग के मुताबिक पतंगे तैयार की गई हैं। महोत्सव के अंत में पतंगों की अधिक बिक्री होती है।

गुजरात में 15 से 20 हजार परिवार बनाते हैं पतंग

गुजरात काइट्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष नसरुद्दीन शेख ने बताया कि गुजरात में 15 से 20 हजार परिवार के लोग इस व्यवसाय से जुड़े हैं। इससे करीब दो लाख लोगों को रोजगार मिला है। ज्यादातर खंभात, नडियाद सूरत में पतंगें बनाई जाती हैं। उन्होंने बताया कि गुजरात के अलावा यूपी के बरेली, रामपुर, मथुरा, लखनऊ में भी अधिक लोग पतंग के व्यवसाय से जुड़े हैं। गुजरात में सूरती और बरेली मांझा बहुत ही मशहूर है। गुजरात में पतंग उद्योग से हर साल 500 से 700 करोड़ का टर्नओवर होता है। उनका कहना है कि गुजरात सरकार हर साल पतंग महोत्सव में पतंग बनाने वाले लोगों का सम्मान कर उन्हें प्रोत्साहित के करना चाहिए। 


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