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Gujarat: लव जिहाद मामले में पीड़िता ने कहा, धर्म परिवर्तन का दबाव नहीं डाला गया

Gujarat शिकायतकर्ता महिला ने खुद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर बताया है कि उस पर विवाह व धर्म परिवर्तन का कोई दबाव नहीं डाला गया है। इसलिए उसकी ओर से 17 जून 2021 को दर्ज प्राथमिकी को रद कर दिया जाए।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Fri, 13 Aug 2021 07:46 PM (IST)Updated: Fri, 13 Aug 2021 07:46 PM (IST)
Gujarat: लव जिहाद मामले में पीड़िता ने कहा, धर्म परिवर्तन का दबाव नहीं डाला गया
लव जिहाद मामले में पीड़िता ने कहा, धर्म परिवर्तन का दबाव नहीं डाला गया। फाइल फोटो

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात धर्म स्‍वतंत्रता संंशोधन (लव जिहाद) कानून के तहत दर्ज हुए पहले मुकदमें में एक मोड़ आ गया है। शिकायतकर्ता महिला ने खुद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर बताया है कि उस पर विवाह व धर्म परिवर्तन का कोई दबाव नहीं डाला गया है। इसलिए उसकी ओर से 17 जून, 2021 को दर्ज प्राथमिकी को रद कर दिया जाए। वडोदरा की एक 25 वर्षीय युवती ने जून, 2021 में गौत्री पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। इसमें उसने जबरदस्‍ती धमकी देकर फरवरी, 2021 में विवाह करने तथा धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया था। उसने यह भी बताया था कि आरोपित ने अपना असली मुस्लिम नाम समीर कुरैशी छिपाकर सेम मार्टिन के नाम से इंटरनेट मीडिया पर उससे जान पहचान बढ़ाई तथा उसके अश्‍लील चित्र भी खींंच लिए।

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बाद में उन्‍हें वायरल करने की धमकी देकर उसने इस युवती से विवाह कर लिया था। वडोदरा पुलिस ने इस मामले में कुरैशी को गिरफ्तार कर लिया था तथा जिला सत्र अदालत ने आरोपी की जमानत याचिका भी ठुकरा दी थी। गुजरात में 15 जून, 2021 से अमल में आए गुजरात धर्म स्‍वतंत्रता संशोधन कानून 2021 के तहत दर्ज हुआ यह पहला मामला था। हाईकोर्ट में दाखिल याचिका में खुद शिकायतकर्ता महिला ने अब यह एफआइआर रद करने की मांग की है। उसका कहना है कि उसके पति, ससुराल वालों व काजी पर लगाया गया आरोप गलत है। विवाह के लिए उस पर कोई दबाव नहीं डाला गया तथा धर्म परवर्तन के लिए भी कोई जबरदस्‍ती नहीं की गई थी।

सूरत में लव जिहाद का पहला मामला

श्रमिक परिवार की एक 22 साल की युवती ने लिंबायत सूरत में रहने वाले मौहम्‍मद अख्‍तर शेख (51) पर खुद के मुकेश महावीर गुप्‍ता होने व रेलवे में नौकरी की बात बताकर फंसाने का आरोप लगाया है। वर्ष 2019 में इन दोनों ने हनुमान मंदिर में हिंदू रीति रिवाज के साथ विवाह कर लिया था। करीब डेढ़ माह पहले जब अख्‍तर शेख का आधार कार्ड इस युवती के हाथ लगा तो उसने तुरंत उसे फोन लगाया, जिस पर किसी मुन्‍नी नामक महिला ने फोन उठाया और खुद को अख्तर की पत्‍नी बताया। अख्‍तर इस पीड़ित युवती के साथ अलग फ्लैट लेकर रहने लगा था। युवती मोबाइल कंपनी में काम करती है तथा वहीं पर इन दोनों की मुलाकात हुई थी। अख्‍तर ने इस युवती को कुछ ग्राहक बनवाए, जिसके चलते उसने अपना निजी मोबाइल नंबर इसको दे दिया और इनके बीच करीबियां बढ़ती गई। इन दोनों के एक बेटा भी है। पीड़िता का आरोप है कि अख्‍तर अब उसके बेटे को उससे दूर ले जाने की धमकी दे रहा है।  


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