सच बोलो तो बदनाम करेंगे बड़े नेता, कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद हार्दिक पटेल ने कही ये बात
युवा नेता हार्दिक पटेल कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद कहा कि गुजरात में चाहे पाटीदार समुदाय हो या कोई अन्य समुदाय उन्हें कांग्रेस में भुगतना पड़ा है। बता दें कि हार्दिक पटेल बीते काफी समय से कांग्रेस से नाराज चल रहे थे।
अहमदाबाद, एएनआइ। गुजरात के युवा नेता हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने बीते बुधवार कांग्रेस (congress) से इस्तीफा देने के बाद कहा कि गुजरात में चाहे पाटीदार समुदाय हो या कोई अन्य समुदाय उन्हें कांग्रेस में भुगतना पड़ा है। कांग्रेस में सच बोलो तो बड़े नेता आपको बदनाम करेंगे और यही उनकी रणनीति है।
गौरतलब है कि पाटीदार नेता हार्दिक पटेल बीते काफी समय से कांग्रेस से नाराज चल रहे थे। वे कांग्रेस नेताओं के सामने अपनी नाराजगी जाहिर भी कर चुके थे। उन्होंने केंद्रीय आलाकमान को भी इस नाराजगी से अवगत कराया था लेकिन उनकी तकलीफ किसी ने नहीं सुनी। हार्दिक ने अपने ट्विटर हैंडल से कांग्रेस व कार्यकारी अध्यक्ष का पद व नाम हटा दिया था। जिसके बाद से ही उनके कांग्रेस छोड़ने की अटकलें लगायी जा रही थी।
नाराजगी की वजह
हार्दिक पटेल ने 2019 में कांग्रेस का दामन थामा था और 2020 में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बन गए थे। उनकी पहली नाराजगी इस बात पर थी कि पाटी का कार्यकारी अध्यक्ष होने के बाद भी उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी जा रही थी और न ही उनसे किसी तरह का कोई राय मशवरा लिया जाता था। गुजरात कांग्रेस के फैसलों में भी उन्हें शामिल नहीं किया जाता था। इतना ही नहीं गुजरात कांग्रेस में महासचिव और उपाध्यक्ष, जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के दौरान भी हार्दिक से राय नहीं ली गई। वे जिन नेताओं को कांग्रेस में लेकर आये उन्हें भी किसी तरह की तवज्जों नहीं दी गई। हालांकि हार्दिक इस बात को लेकर भी नाराज चल रहे थे कि वे जिस कद के नेता हैं उस तरह की सियासी अहमियत उन्हें नहीं दी जा रही है। हार्दिक ने ये भी कहा कि था कि गुजरात कांग्रेस के पुराने नेता उन्हें आगे बढ़ते नहीं देखना चाहते थे। उन्हें किसी भी कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाता था।
आप या भाजपा
कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद हार्दिक के सामने भाजपा और आम आदमी पार्टी का विकल्प मौजूद है। हालांकि भाजपा ने हार्दिक को लेकर कोई उत्सुकता नहीं दिखाई है जबकि आम आदमी पार्टी उनके स्वागत के लिए तैयार है। बता दें कि गुजरात में इसी साल अंत तक विधानसभा चुनाव होंगे, ऐसे समय में हार्दिक का इस्तीफा कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।