Move to Jagran APP

गुजरात कई जिलों में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात

दक्षिण गुजरात व सौराष्ट्र में तो अब तक मानसून की 50 फीसद से अधिक वर्षा रिकॉर्ड की जा चुकी है। राज्य की तापी, अंबिका, अश्विन, मधुवंती, कीम, तलाजी, औरंगा आदि नदियां पूरे उफान पर हैं।

By Sachin MishraEdited By: Published: Mon, 16 Jul 2018 12:41 PM (IST)Updated: Tue, 17 Jul 2018 01:51 PM (IST)
गुजरात कई जिलों में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात
गुजरात कई जिलों में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात

शत्रुघ्न शर्मा, अहमदाबाद। गुजरात के एक दर्जन से अधिक जिलों में भारी बारिश के चलते नदियां उफान पर हैं और बांध ओवरफ्लो हो रहे हैं। बाढ़ जैसे हालात पैदा होने से जनजीवन पूरी तरह अस्तव्यस्त हो गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 15 टीमें राहत कार्य में जुटी हैं। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने सोमवार को खुद स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। प्रदेश में मानसून अब पूरी तरह सक्रिय है। दक्षिण गुजरात, सौराष्ट्र व मध्य गुजरात में बीते 24 घंटे में मूसलाधार बारिश हुई है।

loksabha election banner

दक्षिण गुजरात व सौराष्ट्र में तो अब तक मानसून की 50 फीसद से अधिक वर्षा रिकॉर्ड की जा चुकी है। राज्य की तापी, अंबिका, अश्विन, मधुवंती, कीम, तलाजी, औरंगा आदि नदियां पूरे उफान पर हैं। एक दर्जन से अधिक जिलों के सैकड़ों गांवों से संपर्क टूट गया है और वहां पानी, बिजली आदि की सुविधाएं अस्तव्यस्त हो गई हैं। चार राष्ट्रीय राजमार्गो सहित करीब 130 स्टेट हाइवे को बंद करना पड़ा है।

ट्रेन भी पानी में फंसी
भावनगर के गीर गढडा में सर्वाधिक 12 इंच वर्षा हुई। इस वजह से ट्रेन भी पानी में फंस गई। एनडीआरएफ व स्थानीय लोगों ने करीब 252 यात्रियों को सुरक्षित निकाला। गीर सोमनाथ के ऊना में 10 इंच वर्षा रिकॉर्ड की गई। भावनगर की जेसर तहसील में नौ इंच और सूरत की कामरेज व नवसारी के गणदेवी में सात-सात इंच बारिश दर्ज की गई। 34 तहसीलों में एक इंच से अधिक बरसात रिकॉर्ड की गई है।

सीएम ने कलेक्टरों को दिए निर्देश
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने सोमवार को स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर पहुंचकर हालात का जायजा लिया और हॉटलाइन पर जिला कलेक्टरों से बातकर राहत कायरें की समीक्षा की। रूपाणी ने कहा कि हर जिले में कंट्रोल रूम 24 घंटे कार्यरत हैं। एनडीआरएफ बचाव कार्य में जुटी है, जरूरत पड़ी तो एयरफोर्स की भी मदद ली जाएगी। 20 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गांधीनगर में दीक्षांत समारोह में आने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पर कोई चर्चा नहीं हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि आगामी 72 घंटों में भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए उनका दौरा टल सकता है।

अब तक 26 लोगों की मौत
राजस्व मंत्री कौशिक पटेल ने बताया कि वर्षा जनित हादसों में अब तक 26 लोगों की मौत हुई है। प्रत्येक मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की मदद दी जाएगी। राज्य में अब तक 126 मवेशी भी काल के गाल में समा चुके हैं। मुख्य सचिव डॉ एनके सिंह ने बताया कि अब तक दो हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाया जा चुका है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.