गुजरात: वृद्ध आश्रम के साठ बुजुर्ग कोरोना को मात देकर सकुशल वृद्ध आश्रम लौटे
महानगर के सबसे प्रतिष्ठित जीवन संध्या वृद्ध आश्रम के साठ बुजुर्ग कोरोना को मात देकर सकुशल वृद्ध आश्रम लौट आए। इनमें एक 93 वर्ष की महिला भी शामिल है। अहमदाबाद में कोरोना महामारी के चलते संक्रमित ओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
अहमदाबाद, ब्यूरो। महानगर के सबसे प्रतिष्ठित जीवन संध्या वृद्ध आश्रम के साठ बुजुर्ग कोरोना को मात देकर सकुशल वृद्ध आश्रम लौट आए। इनमें एक 93 वर्ष की महिला भी शामिल है। अहमदाबाद में कोरोना महामारी के चलते संक्रमित ओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। गुजरात में कोरोना संक्रमित ओं की संख्या 2लाख 35हजार हो गई है जबकि अहमदाबाद में कोरोना संक्रमितों की संख्या फाइव फाइव हजार हो गई है। अकेले अहमदाबाद में कोरोना संक्रमण से 2200 लोगों की मौत हो चुकी है। गत सप्ताह अहमदाबाद के मध्य में स्थित जीवन संध्या वृद्ध आश्रम के करीब 5 दर्जन महिला पुरुष संक्रमित पाए गए।
आश्रम ट्रस्टी कोरोना के चलते सकते में आ गए प्रशासन ने इन सभी बुजुर्गों को आइसोलेट कर इनका उपचार शुरू किया तथा कुछ बुजुर्गों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। 93 वर्ष की संयुक्ता बेन पंड्या बताती हैं कि जब उन्हें कोरोना संक्रमण का पता चला तो उनकी चिंता बढ़ गई। वे हिम्मत नहीं हारी और अन्य बुजुर्ग महिला पुरुषों के साथ कोरोना संक्रमण से निजात पाने के लिए उपचार व अन्य उपाय करने लगी। सभी 60 सीनियर सिटीजन कोरोना संक्रमण से जूझते रहे और अंततः उन्होंने इस पर जीत भी पाली। आश्रम में सबसे बुजुर्ग संयुक्ता बहन थी आज वह भी पूरी तरह स्वस्थ होकर वृद्ध आश्रम लौट आई हैं इसके अलावा अन्य सभी बुजुर्ग भी अपनी नियमित दिनचर्या में आ गए हैं।
आश्रम ट्रस्टी बताते हैं कि कोरोना महामारी अहमदाबाद में बहुत फैल गई है तथा बुजुर्गों के लिए यह बहुत खतरनाक साबित हो रही है इसलिए वृद्ध आश्रम में एक साथ 60 महिला पुरुषों के कोरोना संक्रमित होने की खबर ने उन्हें भयभीत कर दिया था। उनका मानना है कि यहां रहने वाले सभी बुजुर्ग काफी सकारात्मक सोच वाले वह ऊर्जावान हैं और इसी का नतीजा है कि सभी कोरोना से लड़कर पुनः आश्रम लौट आए हैं। जीवन संध्या आश्रम अहमदाबाद के अंकुर बस स्टैंड के पास मौजूद है। अहमदाबाद के मध्य में स्थित इस आश्रम में 200 से 300 बुजुर्ग निवास करते हैं। संक्रमण की खबर से निश्चित तौर पर आम लोग भी चिंतित थे।
हालांकि गुजरात में कोरोना संक्रमण का रिकवरी रेट काफी अच्छा हो गया है लेकिन बुजुर्ग लोगों के मामले में कोरोना खबर नाक साबित हो रहा है इसीलिए वृद्ध आश्रम में कोरोना फैलने की खबर ने एक बार तो प्रशासन के भी हाथ-पांव फुला दिए थे। भावनगर महानगर पालिका में काम कर चुकी एक महिला रिटायर होने के बाद वृद्ध आश्रम में रह रही है तथा बताया जा रहा है कि उनकी सकारात्मक सोच तथा अन्य महिला पुरुषों के साथ उनके मनोविनोद वह शारीरिक रूप से सक्रिय रखने से भी इन महिला पुरुषों को काफी लाभ पहुंचा।