Gujarat Gram Panchayat Elections 2021: गुजरात में ग्राम पंचायत चुनाव के लिए मतदान 19 दिसंबर को, 21 को मतगणना
Gujarat Gram Panchayat Elections 2021 गुजरात में 10879 ग्राम पंचायतों में चुनाव के लिए 54387 मतपेटियों का उपयोग किया जाएगा। सोमवार से राज्य के ग्राम पंचायत क्षेत्रों में आचार संहिता लागू हो गई है। चार दिसंबर को नामांकन की अंतिम तिथि है।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात में अगले माह करीब 10 हजार ग्राम पंचायतों के चुनाव होंगे। 19 दिसंबर को मतदान होगा, जबकि 21 दिसंबर को परिणाम घोषित होगा। राज्य चुनाव आयुक्त संजय प्रसाद ने बताया कि चुनाव मतपत्र से ही कराया जाएगा। 10879 ग्राम पंचायतों में चुनाव के लिए 54387 मतपेटियों का उपयोग किया जाएगा। सोमवार से राज्य के ग्राम पंचायत क्षेत्रों में आचार संहिता लागू हो गई है। चार दिसंबर को नामांकन की अंतिम तिथि है। 19 दिसंबर को सुबह सात बजे से शाम को छह बजे तक मतदान होगा। मतगणना 21 दिसंबर को होगी। इधर, विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर गुजरात में पाटीदार राजनीति गरमा गई है। एक ओर जहां पाटीदारों से एकजुट होने का आह्वान किया गया, वहीं दूसरी ओर पाटीदार नेता नरेश पटेल ने समाज के युवकों के खिलाफ आरक्षण आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग दोहराई है।
अहमदाबाद में उमिया धाम ट्रस्ट के शैक्षणिक संकुल के भूमि पूजन समारोह में पूर्व उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने पाटीदार समाज से मजबूत होने की अपील की। कहा कि समाज शक्तिशाली, शिक्षित व देशभक्त है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल ने राजकोट में पाटीदार समाज के नेता एवं खोडलधाम ट्रस्टी नरेश पटेल से मुलाकात की। नरेश पटेल ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के समक्ष समाज के युवकों के खिलाफ चल रहे आपराधिक मुकदमों की बात उठाई। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अहमदाबाद में उमिया धाम के भूमि पूजन समारोह में शिरकत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पाटीदार समाज की गुजरात के राजनीतिक, सामाजिक जीवन में अहम भूमिका है। गुजरात में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाला है तथा उससे पहले एक बार फिर पाटीदार समाज खुद को एकजुट करने में लगा है। वहीं, राजकोट शहर में भाजपा के एक कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी एवं राज्यसभा सदस्य राम भाई मोकरिया के बीच तकरार के तुरंत बाद राजकोट आए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल से बिना मिले ही रूपाणी एक कार्यक्रम में चले गए। रूपाणी और पाटिल के बीच मतभेद की पहले भी चर्चा रही है। मोकरिया ने यह कहकर इस बात को और हवा दे दी कि जो पार्टी से दूर होते हैं, वे दूर ही चले जाते हैं।