Gujarat: स्थानीय निकाय चुनाव से पहले आक्रामक हुई कांग्रेस, किसान आंदोलन के समर्थन में निकाली ट्रैक्टर रैली
कांग्रेस गुजरात में स्थानीय निकाय चुनाव से पहले पूरी तरह सक्रिय है जिसे लेकर कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ अहमदाबाद के कई गांव में जनसंपर्क किया तथा कृषि बिल महंगाई तथा अन्य मुद्दों को लेकर लोगों को जागृत किया और हैलो कार्यक्रम भी चलाया
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात में स्थानीय निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस किसान बिल तथा महंगाई के मुद्दे पर आक्रामक होकर मैदान में उतरी है। शहरों में लोगों की समस्याओं को जानने के लिए कांग्रेस में एक सप्ताह का हैलो कार्यक्रम चलाया था अब इसके बाद कस्बों तथा ग्रामीण इलाकों में लोगों से जनसंपर्क के लिए महा रैलियों का आयोजन कर रही है। कांग्रेस के गुजरात प्रभारी राजीव सातव गुजरात में पूरी तरह सक्रिय है तथा सोमवार को कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ अहमदाबाद के कई गांव में जनसंपर्क किया तथा कृषि बिल महंगाई तथा अन्य मुद्दों को लेकर लोगों को जागृत किया।
मटोडा गांव में निकाली ट्रैक्टर रैली
गुजरात प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अमित चावड़ा ने खुद ट्रैक्टर चलाया तथा राजीव सातव उस पर सवार हुए और किसान आंदोलन के समर्थन में अहमदाबाद जिले के मटोडा गांव में एक ट्रैक्टर रैली भी निकाली। गुजरात में फरवरी के माह में स्थानीय निकाय चुनाव की घोषणा होने की संभावना है। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष सीआर पाटिल तथा कांग्रेस के अध्यक्ष अमित चावड़ा इस चुनाव के लिए अपना पूरा दमखम लगा रहे हैं।
कांग्रेस नेता रैली में जनसभाएं कर रहे हैं
राज्य की 33 जिला पंचायत, करीब डेढ़ सौ नगर पालिका तथा अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वड़ोदरा, जामनगर तथा भावनगर महानगर पालिकाओं के चुनाव भी इन्हीं के साथ होने हैं। कांग्रेस किसानों के आंदोलन तथा महंगाई को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ लगातार माहौल बनाने का प्रयास कर रही है। गांधीनगर, अहमदाबाद, सौराष्ट्र तथा उत्तर गुजरात में कांग्रेस नेता रैली में जनसभाएं कर रहे हैं ताकि लोगों की समस्याओं को जान सकें तथा चुनाव से पहले जनसंपर्क कर अपने पक्ष को मजबूत कर सके।
भाजपा का आत्मविश्वास चरम पर, जनता का मन टटोलने उतरी कांग्रेस
भारतीय जनता पार्टी स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर जबरदस्त तैयारी कर रही है विधानसभा के उपचुनाव में सभी 8 सीट जीतने के बाद से भाजपा का आत्मविश्वास चरम पर है वही कांग्रेस एक बार फिर जनता के मन को टटोलने के लिए सीधे जनता के बीच उतर गई है। किसान आंदोलन के शुरुआत से समर्थन में रही कांग्रेस गुजरात में इसको लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पहुंच बढ़ाने का प्रयास कर रही है वही भारतीय जनता पार्टी पन्ना प्रमुखों के जरिए राज्य के हर गली में मोहल्ले में अपनी स्थिति मजबूत करने की रणनीति पर काम कर रही है।
गुजरात कांग्रेस के प्रभारी राजीव सातव पिछले कुछ माह से गुजरात में पूरी तरह सक्रिय नजर आ रहे हैं तथा राज्य सरकार को सड़क से सदन तक चुनौती देने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। हालांकि आम आदमी पार्टी भी इस चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने को आतुर हैं। पार्टी की ओर से अब तक 1000 उम्मीदवारों की घोषणा भी की जा चुकी है लेकिन राज्य में आम आदमी पार्टी की चुनौतियां कम नहीं है। स्थानीय स्तर पर संगठन की कमजोरी तथा प्रदेश स्तर पर किसी चेहरे के बिना चुनावी समर में उतर रही आम आदमी पार्टी को गुजरात की जनता हाल गंभीरता से नहीं ले रही है।
कांग्रेस की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
गुजरात भाजपा के पूर्व विधायक डॉक्टर कनु भाई कल सरिया कभी आम आदमी पार्टी की कमान संभाल चुके हैं। महवा भावनगर में एक सफल किसान आंदोलन के बावजूद उन्हें आम आदमी पार्टी के बैनर पर राजनीतिक सफलता हासिल नहीं हो सकी थी। उधर ए आई एम आई एम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी तथा भारतीय ट्राईबल पार्टी के सुप्रीमो छोटू भाई वसावा ने भी गठबंधन का ऐलान कर आदिवासी तथा मुस्लिम बहुल इलाकों में प्रत्याशी उतारकर कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं। गुजरात में एआईएमआईएम की कमान कांग्रेस के पूर्व विधायक साबिर काबलीवाला संभाल रहे हैं तथा सामाजिक समारोह के जरिए मुस्लिम समाज में उनकी एक अलग पहचान बनी हुई है जिसके कारण ए आई एम आई एम की दस्तक कांग्रेस के लिए निश्चित तौर पर एक चुनौती से कम नहीं होगी।