गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर अटकलें तेज, आनंदी बेन पटेल की बेटी अनार पटेल लड़ सकती हैं चुनाव
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की पुत्री अनार पटेल के आगामी विधानसभा चुनाव में उत्तर गुजरात से चुनाव लड़ने की संभावना है। अनार पटेल करीब 20 साल से सामाजिक सेवा कार्यों से जुड़ी हैं तथा उनके पति जयेश पटेल भी जाने माने सामाजिक कार्यकर्ता हैं।
अहमदाबाद, जागरण संवादाता। गुजरात में विजय रुपाणी की सरकार को पूरी तरह बदले जाने के बाद से उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों को आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट को लेकर लगातार संशय बढ़ता जा रहा है। उत्तर गुजरात की राजनीति में अनार पटेल का उदय हो सकता है, अगर भाजपा मेहसाणा से उनको उम्मीदवार बनाती है तो उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल का टिकट कट सकता है।
रुपाणी मंत्रिमंडल के सदस्यों की भाजपा से उम्मीदवारी पर लटकी तलवार
विजय रुपाणी ने मुख्यमंत्री पद से गत सितंबर 2021 को इस्तीफा दे दिया था, उनके स्थान पर भूपेंद्र पटेल को गुजरात की कमान सौंपी गई थी। रुपाणी की सरकार को पूरी तरह बदल दिया गया था अब उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों की भाजपा से उम्मीदवारी पर भी तलवार लटक रही है।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की पुत्री अनार पटेल के आगामी विधानसभा चुनाव में उत्तर गुजरात से चुनाव लड़ने की संभावना है, भाजपा उन्हें मेहसाणा, ऊंझा अथवा वीजापुर सीट से अपना प्रत्याशी बना सकती है।
नितिन पटेल का कट सकता है टिकट
उत्तर गुजरात में यह तीनों सीटें भाजपा की सबसे सुरक्षित सीट मानी जाती हैं, अगर अनार पटेल को भाजपा मेहसाणा से उम्मीदवार बनाती हैं तो पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल का टिकट कट सकता है।
इसके अलावा अनार का नाम वीजापुर, ऊंझा, बेचराजी सीट के लिए भी चर्चा में हैं। बेचराजी से अनार को टिकट मिला तो पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री रजनी पटेल का टिकट कट सकता है।
20 साल से सामाजिक सेवा कार्यो से जुड़ी हैं अनार पटेल
आनंदी बेन 2014 से 2016 तक गुजरात की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं तथा भाजपा की एक परिवार से एक टिकट की नीति पर भी अनार पटेल फिट बैठती हैं। अनार पटेल करीब 20 साल से सामाजिक सेवा कार्यों से जुड़ी हैं तथा उनके पति एवं हरीजन आश्रम ट्रस्ट के संचालक जयेश पटेल भी जाने माने सामाजिक कार्यकर्ता हैं।
संजय, जाने-माने गांधीवादी नेता टॉयलेट मेन आफ इंडिया ईश्वर पटेल के पुत्र हैं। गत दिनों आनंदी बेन पटेल मेहसाणा वीजापुर में अपने पैतृक गांव पहुंची तथा माता-पिता के साथ समय बिताया उसके बाद से अनार पटेल के राजनीति में आने की अटकलें शुरु हो गई है।