Surat: लॉकडाउन में कम हुई सोने की मांग, आभूषण व्यापारियों को नुकसान
कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण सूरत के ज्वैलरी व्यापारियों को काफी नुकसान हो रहा है उनके कारीगर अपने घरों को लौट चुके हैं और सोने की मांग भी काफी कम है।
अहमदाबाद, एएनआइ। कोरोना वायरस के कारण लोगों को काफी नुकसान हो रहा है, किसी की नौकरी चली गयी है तो किसी का व्यापार चौपट हो चुका है। सूरत ज्वैलरी एसोसिएशन के सचिव विजय मंगुकिया ने भी अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए कहा कि 'लॉकडाउन के कारण हमें काफी नुकसान हो रहा है। हमारे सभी कारीगर कोरोना के डर से अपने घरों को लौट चुके हैं। सोने की मांग भी काफी कम हो चुकी है।'
उन्होंने बताया कि इनमें से ज्यादातर कारीगर पश्चिम बंगाल के हैं। हमारे खर्च तय हैं लेकिन आय में कमी आई है क्योंकि श्रम की कमी के साथ-साथ सोने की मांग भी कम है। अगर यह जारी रहा, तो ज्वैलर्स के लिए जीवित रहना मुश्किल हो जाएगा।
गौरतलब है कि इससे पहले सूरत के कपड़ा व्यापारियों ने भी लॉकडाउन के कारण हो रही परशानियों को सामने रखा था, उनका कहना था की बाजार तो खुल गए है लेकिन श्रमिकों की कमी के कारण काफी परेशानी हो रही हैं। दुकानों पर काम करने वाले श्रमिक लॉकडाउन के कारण अपने घरों को लौट चुके हैं। इन कपड़ा व्यापारियों का कहना था कि, '' मजदूरों के बिना उद्योग नहीं चल सकता मजदूरों के पास पैसा नहीं है। अगर उन्हें वापस लौटने पर 14-दिवसीय होम क्वारंटाइन भेजा जाता है तो उन्हें पैसे, आवास और भोजन जैसी कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा।' श्रमिकों और मार्केट की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री रुपाणी पत्र भी लिखा गया था।
व्यापारियों का कहना था कि स्टॉक में रखें सामान को गोदाम से लाने से लेकर गाड़ियों में लादने और उन्हें दुकानों समेत अन्य राज्यों में पहुंचाने के लिए सबसे ज्यादा श्रमिकों की जरूरत होती है। ऐसे में बिना श्रमिकों के काम होना नामुमकिन है।
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