गुजरात में फसल नष्ट होने से एक और किसान ने आत्महत्या की
Farmer Committed suicide. गुजरात में फसल नष्ट होने से एक और किसान ने आत्महत्या कर ली है।
अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात के सुरेन्द्रनगर जिले में फसल नष्ट हो जाने से एक और किसान ने आत्महत्या कर ली है। सासण गांव निवासी किसान धनश्याम नरसिंह भाई मिठापरा ने बुधवार को अपने खेत में ही जहर पी लिया। जिसके बाद उसे निकट के चुड़ा अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। पिछले दिनों सुरेन्द्रनगर जिले में कपास फसल खराब होने से दो किसानों ने आत्महत्या कर ली थी।
घटना की सूचना पाते ही चुड़ा पुलिस थाने की टीम पहुंच गई। पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद बताया कि किसान धनश्याम भाई नरसिंह भाई मीठापरा ने बाजार से कर्ज लेकर कपास की खेती की थी। लेकिन सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलने से उनकी फसल सूख गई थी। पिछले कई दिनों से वह फसल बीमा की राशि के लिए भी चक्कर काट रहा था। परिजनों ने आरोप लगाया है कि फसल बीमा के रुपये नहीं मिलने से घर की आर्थिक परिस्थित बहुत ही खराब हो गई थी। कर्ज देने वाले भी घर पर पैसे मांगने आने लगे थे। इसकी चिंता में पिछले दो दिनों से उसने खाना भी नहीं खाया था।
पुलिस ने बताया कि बुधवार सुबह खेत में जाने के लिए कहकर घर से निकले थे। इसके बाद उन्होंने खेत में ही जहर खाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया शव का पोस्टमोर्टम किया गया है, इसकी रिपोर्ट आनी बाकी है। फिलहाल, मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
गौरतलब है कि इस वर्ष गुजरात में कम बारिश होने से किसानों की स्थिति खराब हो गई। खेती पर निर्भर यहां सुरेन्द्रनगर जिले की स्थिति बहुत ही विकट है। सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलने से यहां के किसानों की फसल खराब हो गई है। पिछले दिनों आथिक संकट से जूझ रहे यहां के सायला तहसील की संगोई गांव के किसान मनसुभाई (52) तथा अन्य एक किसान ने भी फांसी लगाकर आत्हमत्या कर ली थी।