सरदार पटेल के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए एकता यात्रा
उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि सरदार पटेल यह विशाल प्रतिमा सदियों तक देश-विदेश के युवाओं को उनके कार्य व आदर्शों की प्रेरणा देती रहेगी।
अहमदाबाद, जेएनएन। लौहपुरुष सरदार पटेल की दुनिया में सबसे ऊंची प्रतिमा स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण के साथ ही सरदार के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए गुजरात सरकार ने एकता यात्रा का आयोजन किया है। उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने सरदार के जन्मस्थल करमसद में एकता यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि कश्मीर का मामला भी सरदार के हाथ में होता तो आज ये समस्या नहीं होती।
उपमुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि सरदार पटेल यह विशाल प्रतिमा सदियों तक देश-विदेश के युवाओं को उनके कार्य व आदर्शों की प्रेरणा देती रहेगी। युवा पीढ़ी में सरदार के विचारों को सिंचन करने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि दुनिया में अब तक हजारों नेता हुए हैं पर सरदार जैसा दूरदर्शी, लोकनायक व द्रढ व्यक्तित्व के धनी नहीं हुए। करीब 2332 करोड़ की लागत से निर्मित 182 मीटर ऊंची प्रतिमा स्टेच्यू ऑफ यूनिटी आने वाली पीढ़ी को अखंड भारत के शिल्पी के द्रढ़ मनोबल का आभास कराती रहेगी। उन्होंने कहा सरदार एक कुशाग्र विद्यार्थी होने के साथ सफल बैरिस्टर रहे। नगर पालिका से लेकर देश के उपप्रधानमंत्री के पद तक पहुंचे, लेकिन हमेशा उनके विचार व कार्य सादगी भरे लेकिन द्रढ़ मनोबल वाले रहे।
उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने गांधी परिवार पर चुटकी लेते हुए कहा कि आजादी के बाद ऐसा माहौल बनाया गया, जिससे यह लगा कि एक ही परिवार ने देश को आजाद कराया है। जबकि सरदार ने 550 रजवाड़ों का एकीकरण किया। जूनागढ़ व हैदराबाद जैसी रियासत विलय से पीछे हटने लगी तो सरदार ने अपने तेवर दिखाए, उन्होंने कहा कि कश्मीर का मामला भी सरदार के हाथ में होता तो आज कश्मीर में कोई समस्या नहीं होती जैसी आज हो रही है।