JP Nadda In Gujarat: जेपी नड्डा पहुंचे अहमदाबाद, विजय रूपाणी ने किया स्वागत; मोहन भागवत से करेंगे मुलाकात
JP Nadda In Gujarat भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सोमवार को गुजरात के अहमदाबाद एयरपोर्ट पर पहुंचे। इस मौके पर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने उनका स्वागत किया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की समन्वय बैठक में भाग लेने के लिए सरसंघ चालक मोहन भागवत शनिवार को गुजरात पहुंचे थे।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। JP Nadda In Gujarat: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सोमवार को गुजरात के अहमदाबाद एयरपोर्ट पर पहुंचे। इस मौके पर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने उनका स्वागत किया है। जगत प्रकाश नड्डा के साथ संगठन महासचिव बीएल संतोष भी यहां पहुंचे हैं। दोनों ही नेता मंगलवार को आरएसएस के सरसंघ चालक मोहन भागवत से मुलाकात करेंगे। गुजरात में चल रही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की समन्वय बैठक में शामिल होने के लिए भागवत गुजरात में हैं। उनके अलावा सरकार्यवाह भैयाजी जोशी भी मौजूद हैं। भाजपा अध्यक्ष नड्डा मंगलवार को भागवत व जोशी से अहमदाबाद के संघ कार्यालय पर मुलाकात करेंगे।
बुधवार को संघ की समन्वय बैठक के बाद भाजपा संगठन व सरकार के आला नेता भी भागवत व संघ के अन्य नेताओं से मिलने जाएंगे। विविध राष्ट्रीय मुद्दों पर संघ की हर दो साल में होने वाली समन्वयक बैठक इस बार गांधीनगर के उवारसद में चल रही है। इसमें गुजरात में संघ के कामकाज तथा संघ की शाखाएं बढ़ाने जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होगी। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अध्यक्ष बनने के बाद देश के सभी राज्यों का दौरा कर पार्टी के नेता व कार्यकर्ताओं से मिलने का कार्यक्रम बनाया था, लेकिन कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन के चलते उनका यह दौरा बीच में ही रोक देना पड़ा था। अब एक बार फिर नड्डा ने गुजरात से अपने इस दौरे की शुरुआत की है। सोमवार दोपहर नड्डा व संतोष अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचे। यहां प्रदेश के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी व प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने उनका स्वागत किया। इसके बाद प्रदेश भाजपा मुख्यालय श्रीकमलमपर भाजपा की प्रदेशस्तरीय बैठक हुई, जिसमें राष्ट्रीय नेताओं ने प्रदेश के नेता व कार्यकर्ताओं से मिलकर विचार-विमर्श किया।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने गत शुक्रवार को दिल्ली में कहा था कि कुछ लोगों का आपसे मतभेद हो सकता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उसे देश से प्रेम नहीं। सिर्फ मतभेद के आधार पर किसी को देशविरोधी न समझें। जो भी हिंदुस्तान में रहता है, वह हिंदू है और जो हिंदू होगा तो वह देशभक्त होगा ही। हां, यह हो सकता है कि वह सोया हुआ हिंदू हो। उसे जागृत करके उसकी देशभक्ति को जगाना होगा। उन्होंने कहा कि देशभक्त होने की संज्ञा किसी के लिए सीमित नहीं है। ऐसा नहीं है कि कुछ लोग देशभक्त हैं, कुछ नहीं हैं। भारत की पवित्र भूमि को जो भी अपना मानता है, इस जमीन की पूजा करता है, वह देशभक्त है। उन्होंने कहा कि जब तक समाज में यह भावना रहेगी कि किसी के रहने से या होने से हमारे अस्तित्व को खतरा है, तब तक सौदेबाजी तो हो सकती है, लेकिन एकात्मकता नहीं आ सकती। हमें निर्भयता से रहना होगा।