Gandhinagar Municipal Corporation Elections: चुनाव प्रचार में राजनीतिक दलों ने झोंकी ताकत, रात्रि जागरण कर वोट जुटाने की कोशिश
Gandhinagar Municipal Corporation Elections गुजरात के गांधीनगर में आगामी 3 अक्टूबर को होने वाले महानगर पालिका के चुनाव के चुनाव में भाजपा कांग्रेस आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल करने के लिए प्रचार में पूरी ताकत लगा दी है।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गांधीनगर महानगर पालिका के चुनाव (Gandhinagar Municipal Corporation Elections) के अंतिम दौर के प्रचार में भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी है। प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सीआर पाटिल शुक्रवार दोपहर गांधीनगर में रोड शो करेंगे। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी गत दिनों रोड शो किया था। गांधीनगर में रात्रि जागरण के जरिए वोट जुटाने की भी पुरजोर कोशिश की गई।
गुजरात में वर्ष 2021 की शुरुआत फरवरी-मार्च में पंचायत व निकाय चुनाव से हुई। भारतीय जनता पार्टी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय रुपाणी व भाजपा अध्यक्ष सी आर पाटिल की अगुवाई में शानदार प्रदर्शन किया। राज्य में मुख्यमंत्री सहित पूरी सरकार बदले जाने के बाद भाजपा का यह पहला चुनाव है लेकिन इसे सभी प्रमुख दलों ने नाक की लड़ाई बना ली है। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के संसदीय क्षेत्र गांधीनगर की महानगरपालिका पर हाल भाजपा का कब्जा है लेकिन इस चुनाव में कांग्रेस व आम आदमी पार्टी की ओर से उसे कड़ी चुनौती मिल रही है।
मतदाताओं को लुभाने का प्रयास
3 अक्टूबर को गांधी नगर महानगर पालिका का चुनाव होगा इससे पहले भाजपा, कांग्रेस व आम आदमी पार्टी अलग-अलग तरीकों से प्रचार करते हुए मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने गांधीनगर में गत दिनों एक लोक डायरा जागरण कार्यक्रम रखा था जिसमें बड़ी संख्या में महिला पुरुष शामिल हुए। इसके बाद भाजपा ने भी ऐसा ही एक कार्यक्रम रखा। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया हाल ही गांधीनगर में एक रोड शो करके गए हैं। शुक्रवार को गांधीनगर महानगरपालिका का चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस के दिग्गज नेता घर-घर जाकर जनसंपर्क कर रहे हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटील शुक्रवार दोपहर गांधीनगर में एक रोड शो भी करने वाले हैं।
5 अक्टूबर को घोषित होंगे परिणाम
गांधीनगर महानगर पालिका के चुनाव परिणाम 5 अक्टूबर को घोषित होंगे। इसे जीतने के लिए तीनों ही प्रमुख दल पूरी ताकत लगा रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की सरकार बनने के बाद भाजपा का यह पहला चुनाव उसके लिए कसौटी बन गया है। आम आदमी पार्टी ने सूरत के बाद गांधीनगर में जोरदार जनसंपर्क कर अपने लिए जमीन तैयार करने का प्रयास किया है जिसके चलते भाजपा कांग्रेस दोनों को यह चुनाव जीतने के लिए अपने दिग्गज नेताओं को मैदान में उतारना पड़ा। भाजपा की सरकार में करीब एक दर्जन मंत्री इस चुनाव प्रचार में लगाए गए 11 वार्ड के 44 सीटों के लिए 3 अक्टूबर को चुनाव होगा।
राजनीतिक दलों के लिए सेमीफाइनल
सरकार के मंत्री जहां हर एक वार्ड में मौजूद रहकर जनसंपर्क कर रहे हैं, वहीं प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अमित चावड़ा, नेता विपक्ष परेश धनानी, पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया, महासचिव निशित व्यास, विधायक हिम्मत सिंह पटेल, विधायक चीजें चावड़ा, प्रदेश भाषा भाषी सेल के नेता सागर रायका सहित दर्जनों नेता कांग्रेस के चुनाव प्रचार में लगे हैं। आम आदमी पार्टी के युवा नेता प्रवीण राम, पत्रकार से नेता बने ईसुदान गढ़वी, सूरत के नामी सामाजिक कार्यकर्ता महेश सवानी, सहित दर्जनों कार्यकर्ता पिछले कई सप्ताह से गांधीनगर में डेरा डाले हुए हैं। कांग्रेस ने भी अपने प्रदेश स्तर के दो-दो नेताओं को 11 वार्ड में तैनात कर रखा है। सरकार के एक दर्जन मंत्री पहले से ही हर वार्ड में मौजूद है। गुजरात में 2022 में विधानसभा चुनाव होने उससे ठीक एक साल पहले होने वाला गांधी नगर महानगर पालिका का चुनाव सभी राजनीतिक दलों के लिए सेमीफाइनल जैसा बन गया है।