Jayanti Bhanushali Murder Case: जानें, किसने और क्यों कराई भाजपा नेता जयंती भानुशाली की हत्या
Jayanti Bhanushali Murder Case. गुजरात में भाजपा नेता जयंती भानुशाली हत्याकांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है।
अहमदाबाद, शत्रुघ्न शर्मा। Jayanti Bhanushali Murder Case. गुजरात के कच्छ में भाजपा के पूर्व विधायक जयंती भानुशाली की हत्या को लेकर सीआइडी क्राइम की जांच में एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि उसका ही एक साथी जयंती डुमरा भानुशाली की हत्या कराने की साजिश में शामिल था। सत्ता व सेक्स सीडी के खेल में दोनों पूर्व विधायक फंस गए, एक मारा गया दूसरा उसकी हत्या के लिए जेल में है।
भाजपा के पूर्व विधायक जयंती भानुशाली की हत्या की साजिश को अंजाम देने में मनीषा गोस्वामी का प्रमुख हाथ है, लेकिन वह भाजपा के ही पूर्व विधायक छबील पटेल के इशारे पर ऐसा कर रही थी। दरअसल, जयंती ने मनीषा को कनकपुर में अपने फार्म हाउस की तीन एकड़ जमीन दी, जिस पर दोनों ने एक बड़ा तबेला तैयार किया। मनीषा ने इसके लिए 61 लाख का लोन भी लिया। कुछ माह पहले जब तबेले को बड़ा व आधुनिक बनाने के लिए मनीषा ने जयंती भानुशाली से ढ़ाई करोड़ रुपये मांगे तो उन्होंने इन्कार कर दिया।
इससे नाराज मनीषा ने उसके भतीजे की सेक्स सीडी बनाकर उसके बदले 10 करोड़ रुपये मांगे। जयंती ने अपने रसूख का फायदा उठाते हुए मनीषा को ब्लैकमेलिंग के मामले में फंसा दिया। इसी झगड़े में भानुशाली के साथी जयंती डुमरा ने पहले मनीषा के पास रखी अश्लील सीडी अपने कब्जे में लीं तथा बाद में पूर्व विधायक जयंती पटेल से सौदेबाजी कर मनीषा की जमानत के लिए उसे तैयार किया। भानुशाली को जब इसका पता लगा तो उसने मनीषा व छबील व जयंती डुमरा के पुराने पुलिस केसों को खोलने शुरू कर दिए।
डुमरा ने मनीषा व छबील के साथ मिलकर जनवरी, 2019 में भानुशाली की हत्या करा दी, ताकि भानुशाली के खत्म होने व छबील के जेल जाने के बाद भाजपा के टिकट पर वह चुनाव लड़ सके। सीआइडी क्राइम ने इस मामले में खुलास किया है कि डुमरा अबडासा से विधायक बनना चाहता था, इसलिए उसने दोनों बड़े नेताओं भानुशाली व छबील को आपस में लड़ा दिया। मोहरा बनी मनीषा गोस्वामी जो भानुशाली को हनीट्रेप में फंसाकर मोटी रकम वसूलना चाहती थी।
जनवरी, 2019 में गुजरात भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक जयंती भानुशाली की देर रात सयाजीनगरी ट्रेन में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अबडासा से विधायक रहे भानुशाली ट्रेन से भुज से अहमदाबाद जा रहे थे। मालिया के पास बदमाशों ने एसी कोच में घुसकर भानुशाली पर फायरिंग की थी। जिससे उनकी मौत हो गई थी। जांच आगे बढ़ी तो भाजपा के पूर्व विधायक छबील पटेल और उनके बेटे नाम इस मामले में आया।
इसके बाद सीआइडी क्राइम व एसआइटी ने छबील पटेल के बेटे को भी गिरफ्तार कर लिया। छानबीन में खुलासा हुआ कि भानुशाली की हत्या के लिए छबील पटेल ने शार्प शूटर्स को 50 लाख रुपये की सुपारी दी थी। इससे पहले जयंती भानुशाली पर पिछले साल एक छात्रा ने भी कॉलेज में प्रवेश दिलाने के नाम पर दुष्कर्म का आरोप लगाया गया था। इसके बाद उन्होंने गुजरात भाजपा के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।