Gujarat: अर्जुन मोढवाडिया ने रूपाणी सरकार पर कोरोना के आंकड़े छिपाने का आरोप लगाया
Arjun Modhwadia अर्जुन मोढवाडिया का आरोप है कि सरकार अधिकारियों के कहने पर चल रही है इसलिए आंकड़ों में हेराफेरी की जा रही है। गुजरात में कोरोना संक्रमण में विकराल रूप धारण कर लिया है रोजाना संक्रमितों की संख्या 1000 से 1500 के बीच आ रही है।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। Arjun Modhwadia: गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने रूपाणी सरकार पर कोरोना संक्रमण के आंकड़े छिपाने का आरोप लगाया है। मोढवाडिया का आरोप है कि सरकार अधिकारियों के कहने पर चल रही है, इसलिए आंकड़ों में हेराफेरी की जा रही है। गुजरात में कोरोना संक्रमण में विकराल रूप धारण कर लिया है, रोजाना संक्रमितों की संख्या 1000 से 1500 के बीच आ रही है। सरकार लगातार कोरोना वायरस से लोगों के स्वस्थ होने के दावे कर रही है, लेकिन हकीकत यह है कि सरकारी व निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों को पर्याप्त बेड उपलब्ध नहीं हो रहे हैं। मोढवाडिया ने कहा कि आइसीएमआर के आंकड़ों के मुताबिक, अहमदाबाद में 210 वेंटिलेटर में से मात्र 14 वेंटिलेटर ही खाली हैं, जबकि राज्य सरकार व महानगर पालिका की ओर से जारी कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में लगातार यह बताया जा रहा है कि केवल 86 मरीज ही राज्य में वेंटिलेटर पर हैं।
उनका कहना है कि राज्य में जब चार से 5000 टेस्ट हो रहे थे, तब भी 300 संक्रमित आ रहे थे लेकिन अब राज्य में 50,000 से अधिक टेस्ट किए जा रहे हैं। इसके बावजूद संक्रमितों की संख्या को बहुत ही कम बताया जा रहा है। मोढवाडिया ने आरोप लगाया कि सरकार कुछ अधिकारियों के कहने पर चल रही है। भाजपा सरकार को जनता को विश्वास में लेना चाहिए कोरोना महामारी झेल रही जनता को आंकड़ों के माया जाल में नहीं फंसा कर वास्तविक स्थिति से अवगत कराना चाहिए। मोढवाडिया ने कहा कि अधिकारी जनता के प्रति बने जवाब दे नहीं हूं, लेकिन चुने हुए जनप्रतिनिधि जनता के प्रति जवाबदेह है। उनका कहना है कि अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ राजीव गुप्ता अहमदाबाद महानगरपालिका के विशेष अधिकारी नियुक्त किए गए, लेकिन वह शहर की जनता की ओर से चुने गए इमरान खेड़ावाला जैसे विधायक को कोरोना की वस्तुस्थिति से अवगत कराने के बजाय उन्हें टि्वटर पर ब्लॉक कर दिया। लोकतंत्र में इस तरह के चीजों को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। जनता सर्वोपरि है तथा उसे तथा उसके प्रतिनिधियों को सब कुछ जानने का अधिकार है।
इधर, उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कांग्रेस के आरोपों को बेबुनियाद बताया है। नितिन पटेल का कहना है कि कांग्रेस के अध्यक्ष अलग बयान दे रहे हैं। कांग्रेस के प्रवक्ता का अलग बयान है तथा पूर्व अध्यक्ष अलग बयान बाजी कर रहे हैं। सरकार ने समय-समय पर कोरोना से संबंधित सभी आंकड़े सार्वजनिक रूप से बताएं हैं। कांग्रेस नेता गैर जिम्मेदार बयान दे रहे हैं, उनके बयान में कोई तथ्य नहीं है। वहीं, मोढवाडिया ने अपने आरोपों में मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए बताया था कि सरकार के वेंटिलेटर पर रखे गए कोरोना संक्रमितों के आंकड़े मौत के आंकड़े तथा शववाहिनी व श्मशान घरों के आंकड़ों में काफी अंतर है। कांग्रेस ने सरकार से मांग की है कि वह जनता को आंकड़ों के माया जाल में नहीं फंसा कर वास्तविक स्थिति से अवगत कराएं।