आइआइएम अहमदाबाद से मांगा 52 करोड़ रुपये का सीजीएसटी
आइआइएम अहमदाबाद से केंद्रीय जीएसटी कर के रूप में 52 करोड़ रुपये मांगे गए हैं।
राज्य ब्यूरो, अहमदाबाद। भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) से केंद्रीय जीएसटी कर के रूप में 52 करोड़ रुपये मांगे गए हैं। संस्थान ने इस मामले में मानव संसाधन मंत्रालय को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग करते हुए कर से माफी की अपील की है। राजस्व विभाग ने संस्थान में चल रहे कुछ व्यावसायिक कोर्स के शुल्क को टैक्स लायक माना है।
आइआइएम अहमदाबाद के निदेशक एरॉल डिसूजा ने मानव संसाधन मंत्रालय को पत्र लिखकर कहा है कि संस्थान के चार पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम के शुल्क को राजस्व विभाग ने टैक्स के दायरे में माना है, जिसके चलते संस्थान से केंद्रीय गुड्स एंड सर्विस टैक्स (सीजीएसटी) के तौर पर 52 करोड़ रुपये का भुगतान करने को कहा गया है।
सीजीएसटी ने वर्ष 2009 से 2014 तक के पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम, पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन फूड एंड एग्री बिजनेस मैनेजमेंट, पीजीपी एक्जीक्यूटिव प्रोग्राम तथा पीजीपी फेलो प्रोग्राम इन मैनेजमेंट के शुल्क को जीएसटी के दायरे में मानते हुए कर की मांग की है। आइआइएम ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय को भी एक पत्र भेजकर इन पाठ्यक्रमों को सर्विस टैक्स के दायरे से बाहर रखने की मांग की है।