Move to Jagran APP

Coronavirus: गुजरात में कोरोना के 11892 नए मामले और 119 मौतें, जानें-किस जिले में कितने मामले

Coronavirus गुजरात में कोरोना के 11892 केस सामने आए और 119 की मौत हुई। अहमदाबाद महानगर पालिका इलाके में 3359 सूरत महानगर पालिका क्षेत्र में 889 वडोदरा महानगर पालिका में 710 राजकोट महानगर पालिका में 396 जामनगर महानगर पालिका क्षेत्र में 382 मामले सामने आए।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sat, 08 May 2021 09:49 PM (IST)Updated: Sat, 08 May 2021 09:49 PM (IST)
गुजरात में कोरोना के 11892 नए मामले और 119 मौतें, जानें-किस जिले में कितने मामले। फाइल फोटो

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। Coronavirus: गुजरात में सरकार की सख्ती के बाद धीरे-धीरे अब कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण आने लगा है। पिछले 24 घंटे में राज्य में कोरोना के 11892 केस सामने आए। सरकार जहां एक ओर टीकाकरण पर जोर दे रही है, वही गांवों में कोरोना संक्रमण नहीं फैले इसके लिए मेरा गांव कोरोना मुक्त गांव का भी अभियान चला रही है। उधर, कांग्रेस ने राज्य में कोरोना से निपटने का काम सेना के हवाले करने की मांग की है। राज्य में पिछले 24 घंटे में 11892 केस सामने आए, जबकि 119 लोगों की मौत हो गई। अहमदाबाद महानगर पालिका इलाके में 3359, सूरत महानगर पालिका क्षेत्र में 889, वडोदरा महानगर पालिका में 710, राजकोट महानगर पालिका में 396, जामनगर महानगर पालिका क्षेत्र में 382, भावनगर महानगर पालिका में 280 तथा जूनागढ़ महानगर पालिका क्षेत्र में 246 मामले सामने आए।

loksabha election banner

अहमदाबाद महानगर पालिका में 124 केस दर्ज किए गए। इसके अलावा मेहसाणा जिले में 588 संक्रमित दर्ज किए गए। वडोदरा जिले में 429, राजकोट जिले में 290, बनासकांठा जिले में 280, सूरत जिले में 273, जामनगर जिले में 274, जूनागढ़ जिले में 259, पंचमहाल जिले में 231, गिर सोमनाथ जिले में 223, दाहोद जिले में 179, आणंद में 173, महीसागर में 175, अरवल्ली में 171, गांधीनगर में 160, पाटन में 155, अमरेली में 146, खेड़ा में 139 साबरकांठा में 139, भरूच में 131, नवसारी 121, वलसाड 102, छोटा उदयपुर 98, भावनगर 99, मोरबी 72, सुरेंद्र नगर 76, नर्मदा 67 देवभूमि द्वारका 58, तापी 49, पोरबंदर 46, बोटाद 30, गांधीनगर जिला 160, अहमदाबाद जिला में 83 केस दर्ज किए गए।

इधर, गुजरात सरकार ने शहरों के बाद ग्रामीण इलाकों में पूर्णा प्रबंधन पर काफी जोड़ दिया है। मेरा गांव कोरोना वायरस के अभियान के जरिए गांव में कोरोना के प्रति जागरूकता तथा कोरोना संक्रमित को आइसोलेशन की तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने अहमदाबाद जिले के कलोल में शनिवार को इस अभियान के तहत ग्रामीण लोगों से मुलाकात की। रूपाणी ने 18 से 44 वर्ष के युवाओं के टीकाकरण पर जोर देते हुए कहा कि पिछली सदी में जब महामारी आई, तब यह मेडिकल सुविधाएं चिकित्सक तथा तकनीकी साधन उपलब्ध नहीं थे। इसके बावजूद मानव जाति ने उस पर जीत दर्ज की। कोरोना महामारी के दौरान हमारे पास आज सभी तरह के मेडिकल साधन चिकित्सक पैरामेडिकल सुविधाएं तथा वैक्सीन भी उपलब्ध हैं। लोगों को जागरूक रहकर इस महामारी से जंग लड़ना है और इसमें हमारी जीत होगी।

उधर, अखिल भारतीय कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य एवं गुजरात कांग्रेस के महामंत्री नीशित व्यास ने गुजरात में कोरोना महामारी का प्रबंधन कार्य सेना को सौंप देने की मांग की है। व्यास ने मेडिकल उपकरण दवा वह इंजेक्शन को कर मुक्त करने की भी बात कही। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को लिखे अपने पत्र में कांग्रेस नेता नीशित व्यास ने कहा कि कोरोना की प्रथम लहर के बाद सरकार को अस्पताल में बेड ऑक्सीजन इंजेक्शन कथा आइसोलेशन के लिए नए कोविड केयर सेंटर का निर्माण कई करना चाहिए था। उसके बजाय रूपाणी सरकार कांग्रेस विधायकों को तोड़ने-खरीदने तथा स्थानीय चुनाव में की पार्टी को जिताने में व्यस्त रही। सरकार ने इस दौरान सी प्लेन उड़ाने, केवड़िया में गार्डन के डेवलपमेंट तथा मनोरंजन के साधन बढ़ाने को प्राथमिकता दी।

प्रदेश में अपनी राजनीतिक ताकत को बढ़ाने की रूपाणी सरकार की लालसा के कारण आम आदमी आज ऑक्सीजन इंजेक्शन के साथ अस्पताल में बेड के लिए भी लाचार बना हुआ है। कोरोना की प्रथम लहर के बाद सरकार के पास प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं तथा साधनों को बढ़ाने का पर्याप्त समय था, लेकिन सरकार ने पूरा समय व धन स्वास्थ्य सेवाओं के बजाय दूसरे कामों पर खर्च कर दिया। व्यास ने मुख्यमंत्री रूपाणी को सलाह दी  कि स्वास्थ्य सेवाओं का कार्य सेना को सौंप दिया जाना चाहिए तथा सरकार को मेडिकल उपकरण, दवा, इंजेक्शन आदि पर टैक्स माफ करने की घोषणा कर देनी चाहिए। उनका कहना है कि मनोरंजन के लिए जब कई फिल्मों को टैक्स फ्री कर दिया जाता है तो राज्य के नागरिकों को दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवा इंजेक्शन व उपकरणों को भी सस्ता करने के लिए सरकार को इन्हें टैक्स मुक्त कर देना चाहिए।

उनका कहना है कि राज्य में कोरोना की दूसरी लहर के कारण आम आदमी का रोजगार वह काम धंधे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं सरकार को मध्यम वर्ग में निम्न वर्ग के लोगों की समस्या ध्यान में रखकर उचित कदम उठाना चाहिए। इन वर्गों को राहत देने के लिए सरकार को स्वास्थ्य उपकरण व साधनों के साथ सैनिटाइजर व मास्क भी टैक्स फ्री कर देना चाहिए, ताकि गुजरात के हर परिवार को इस कोरोना 5000 से 25000 रुपये तक की बचत होगी। निशीत व्यास का यह भी आरोप है कि सरकार कोरोना के प्रबंधन में पूरी तरह विफल साबित हुई है, इसलिए राज्य में कोरोना के प्रबंधन का कार्य सेना को सौंप देना चाहिए। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.