फिर से स्थगित हो सकता है महिला फीफा अंडर-17 विश्व कप
भारत में फरवरी-मार्च में होने वाला फीफा महिला अंडर-17 विश्व कप कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी के चलते फिर स्थगित किया जा सकता है। महमारी के कारण यह पहले भी टल चुका है। अभी क्वालीफाइंग टूर्नामेंट होने बाकी हैं।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत में फरवरी-मार्च में होने वाला फीफा महिला अंडर-17 विश्व कप कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी के चलते फिर स्थगित किया जा सकता है। पहले यह टूर्नामेंट दो से 21 नवंबर के बीच भारत के पांच स्थानों पर होना था, लेकिन महामारी के कारण इसका आयोजन अगले साल 17 फरवरी से सात मार्च के बीच करने का फैसला किया गया। महामारी के अब भी कम होने के संकेत नहीं हैं। इसके अलावा अफ्रीका, उत्तरी और मध्य अमेरिका व दक्षिण अमेरिका के क्वालीफाइंग टूर्नामेंट होने बाकी हैं, ऐसे में इस टूर्नामेंट के फिर स्थगित होने की पूरी संभावना है। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के महासचिव कुशल दास ने कहा कि इस मामले में उन्हें कोई नई जानकारी नहीं मिली है।
कुशाल दास ने समाचार एजेंसी पीटीआइ को बताया कि इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक अपडेट नहीं आया है। जब उनसे पूछा गया कि क्या मौजूदा स्थिति के मद्देनजर टूर्नामेंट के स्थगित होने की संभावना है, तो उन्होंने कहा कि इसे स्थगित किया जा सकता है। टूर्नामेंट के लिए पांच महीने से भी कम समय बचा है और अफ्रीका (CAF), उत्तरी और मध्य अमेरिका (CONCACAF) और दक्षिण अमेरिका (CONMEBOL) के संघ अभी तक अपना क्वालीफायर का आयोजन नहीं करा सके हैं। यूरोप (UEFA) ने पिछले महीने अपना क्वालीफाइंग टूर्नामेंट रद कर दिया और स्पेन, इंग्लैंड और जर्मनी को अपनी सर्वोच्च रैंक वाली टीमों में नामित किया।
ओशिनिया (ओएफए) के परिसंघ ने ऐसा ही किया और न्यूजीलैंड को अंडर -17 विश्व कप में अपना प्रतिनिधि नामित किया। केवल एशिया (एएफसी) ने क्वालीफायर का आयोजन किया। 2019 एएफसी अंडर -16 महिला चैम्पियनशिप में क्रमशः चैंपियन और उपविजेता बनने के बाद जापान और उत्तर कोरिया ने क्वालीफाई किया। एआईएफएफ ने अगले महीने की शुरुआत में राष्ट्रीय शिविर शुरू करने की योजना बनाई थी, लेकिन अगर टूर्नामेंट स्थगित होता है तो यह आयोजन नहीं होगा। मार्च मसी हेड कोच थॉमस डेननरबी स्वीडन में अपने घर पर हैं। मार्च में महामारी के कारण लॉकडाउन की घोषणा के बाद से खिलाड़ी अपने-अपने घरों को लौट गए हैं और आउटडोर ट्रेनिंग से दूर हैं।