मेरा दिल हमेशा केरला ब्लास्टर्स के लिए धड़केगा: सचिन
केरला ब्लास्टर्स 2014 में हुए इंडियन सुपर लीग के पहले आयोजन में उप विजेता रहा था।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने इंडियन सुपर लीग (आइएसएल) की टीम केरला ब्लास्टर्स क्लब की अपनी हिस्सेदारी बेचने के बाद कहा कि उनके दिल का एक हिस्सा हमेशा इस फुटबॉल क्लब के लिए धड़कता रहेगा।
तेंदुलकर ने आइएसएल के नए सत्र की शुरुआत से पहले हिस्सेदारी बेच दी। ब्लास्टर्स के साथ सचिन 2014 से ही जुड़े रहे हैं और क्लब को बढ़ावा देने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई है। वह घरेलू और बाहरी मुकाबलों में हमेशा क्लब को प्रोत्साहित करते नजर आए हैं।
तेंदुलकर ने कहा कि पांचवें साल में यह जरूरी है कि क्लब अगले पांच साल और इसके बाद के लिए आधारशिला तैयार करे। साथ ही यह मेरे लिए समय था कि मैं अपनी भूमिका पर विचार करूं। इस पर विचार करने और मेरी टीम के साथ बात करने के बाद मैंने सह प्रमोटर के रूप में केरला ब्लास्टर्स के साथ अपनी हिस्सेदारी से बाहर निकलने का फैसला किया है।
सचिन ने आगे कहा कि मैं मजबूत तौर पर यह मानता हूं कि केरला ब्लास्टर्स अपने प्रशंसकों के समर्थन के साथ और भी सफलताएं हासिल करने के रास्ते पर है। मुझे केरला ब्लास्टर्स पर बहुत गर्व है और मेरे दिल का एक टुकड़ा हमेशा क्लब के लिए धड़केगा।
पिछले चार वर्षो से केरला ब्लास्टर्स मेरे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा रहा है। इस दौरान केरला ब्लास्टर्स के लाखों समर्थकों के साथ मैंने अपनी भावनाओं को साझा किया। ब्लास्टर्स के साथ मेरा सहयोग इस खेल के जुनून को जगाने और केरल में कई प्रशंसकों और युवा प्रतिभा को व्यक्त करने के लिए एक राष्ट्रीय मंच देने के इरादे से प्रेरित था। यह एक रोमांचकारी अनुभव रहा है जिसे मैं हमेशा याद करना चाहूंगा।
केरला ब्लास्टर्स 2014 में हुए इंडियन सुपर लीग के पहले आयोजन में उप विजेता रहा था। इसके अलावा वह 2016 में भी फाइनल खेली। दोनों मौकों पर फाइनल में उसे कोलकाता के खिलाफ शिकस्त झेलनी पड़ी थी। उधर बाद में केरला ब्लास्टर्स ने कहा कि केबीएफसी के मौजूदा 80 फीसदी शेयरधारकों में आइक्वेस्ट, चिरंजीवी और अल्लू अर्जुन ने क्लब में सचिन तेंदुलकर की 20 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए एक निश्चित समझौते में प्रवेश किया है।
शेयर के बारे में कोई अन्य दूसरी खबरें पूरी तरह से काल्पनिक हैं। सचिन ने क्लब का बहुत साथ दिया है और हम उन्हें केबीएफसी में अपना योगदान देने के लिए धन्यवाद देते हैं। वह हमेशा येलो आर्मी के सदस्य रहेंगे। हम खेल भावना, प्रशंसकों की भावना और केरल की भावना को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे।