FIFA: रोनाल्डो के कमाल से पुर्तगाल ने मोरक्को को हराया
इसके साथ ही मोरक्को विश्व कप से बाहर हो गया। टूर्नामेंट में दो हार के बाद विश्व कप से बाहर होने वाली मोरक्को पहली टीम बनी।
अनादि बरुआ,नई दिल्ली। दुनिया के दिग्गज खिलाडि़यों में शुमार पुर्तगाली कप्तान क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने पहले स्पेन जैसी मजबूत टीम के साथ अपने दम पर मुकाबला 3-3 से ड्रॉ कराया। अब बुधवार को विश्व कप के ग्रुप बी के मुकाबले में उन्होंने अपने पैरों का जादू चलाते हुए मोरक्को को 1-0 से हराकर अपनी टीम को नॉकआउट में खिलाने की उम्मीदों को जिंदा रखा है। इसके साथ ही मोरक्को विश्व कप से बाहर हो गया। टूर्नामेंट में दो हार के बाद विश्व कप से बाहर होने वाली मोरक्को पहली टीम बनी।
इसके साथ ही पुर्तगाली टीम ने 1986 में मोरक्को से मिली हार का भी बदला ले लिया। शुरुआती गोल खाने के बाद मोरक्को की टीम जरूर तेजी से खेलने लगी लेकिन गोल करने के मौकों को नहीं भुना पाना उसके लिए भारी पड़ गया। मोरक्को पिछले मैच में ईरान से 0-1 से हार गया था जबकि पुर्तगाल ने स्पेन से मुकाबला 3-3 से ड्रॉ खेला था।
चौथा मिनट और गोल
मैच की शुरुआत पुर्तगाली टीम के लिए बेहतरीन रही। चौथे मिनट में पुर्तगाल को कॉर्नर मिला और जोआओ मोटिंहो ने मैच का पहली कॉर्नर किक ली। गेंद को रोकने के लिए मोरक्को के दो डिफेंडर भी आए लेकिन रोनाल्डो ने छोटी जगह से बीच में घुसकर, थोड़ा सा झुककर शानदार हेडर मारा और टीम को 1-0 से आगे कर दिया। इसके साथ उनके इस टूर्नामेंट में चार गोल हो गए। पांच मिनट बाद ही रोनाल्डो के पास फिर गोल करने का मौका आया। रोनाल्डो ने बॉक्स के अंदर से गेंद को तेजी से हिट किया लेकिन वह गोल पोस्ट के दायें बार से निकल गई।
क्रिस्टियानो फ्री किक पर चूके
12वें मिनट में मोरक्को को कॉर्नर मिला लेकिन उसके खिलाड़ी मेधी बेनेटिया द्वारा मारा गया हेडर सीधा गोलकीपर के हाथों में चला गया। इसके दो मिनट बाद मोरक्को को फिर कॉर्नर मिला लेकिन यह भी खराब चला गया। 30वें मिनट में मोरक्को का खिलाड़ी रीयल मैड्रिड के स्टार के ऊपर गिर गया जिसके बाद पुर्तगाल को फ्री किक मिली लेकिन रोनाल्डो इस बार उसे गोल में तब्दील करने से चूक गए। पहला हाफ रोनाल्डो की पुर्तगाल के नाम रहा।
ड्रॉ नहीं करा पाई मोरक्को
दूसरे हाफ में 50वें मिनट में बॉक्स के अंदर गोंकालो से रोनाल्डो को पास मिला लेकिन पुर्तगाली कप्तान का शॉट गोल पोस्ट के ऊपर से चला गया। मैच के दौरान ज्यादातर दबाव मोरक्को ने बना रखा था क्योंकि उनके लिए यह करो या मरो का मुकाबला था। इसके बाद मोरक्को को वापसी करने का मौका मिला। 57वें मिनट में बेल्हांडा को एक अच्छी फ्री किक मिली और उन्होंने बेहतर कोशिश भी की, लेकिन पुर्तगाली गोलकीपर रुई पैट्रिको ने इसका बेहतरीन बचाव किया। उसके तीन मिनट बाद मोरक्को ने फिर आक्रमण किया।
जुवेंट्स के लिए खेलने वाले बेनेटिया ने मिडफील्ड में अच्छे खेला लेकिन वह गोल नहीं कर सके। उसके कुछ देर बाद हाकिम जियाच ने मोरक्को को मैच में लौटाने का अच्छा मौका गंवा दिया। उन्होंने स्पॉट जंप लगाकर गोल मारने का प्रयास किया, लेकिन वह दुर्भाग्यशाली रहे जिनका शॉट गोल पोस्ट से काफी ऊपर चला गया। मोरक्को के खिलाड़ी विश्व कप से खुद को बाहर होने से बचाने के लिए अंतिम समय तक लड़ते रहे। अगर वे अंतिम समय में लंबे-लंबे पास खेलते तो नतीजा कुछ और हो सकता था।