मेसी की अर्जेंटीना के सामने क्रोएशिया की चुनौती, अपनानी होगी बेहतर रणनीति
आयरलैंड के खिलाफ पिछले मैच में अर्जेंटीना को हार का सामना करना पड़ा था। इस मैच में मेसी के पास पेनाल्टी से स्कोर को बराबर करने का सुनहरा अवसर था, लेकिव वो चूक गए थे।
डिएगो माराडोना का कॉलम
अर्जेटीना के पहले मुकाबले से पहले ही मैंने कहा था कि आइसलैंड एक मुश्किल विपक्षी टीम साबित होगी। विश्व कप में पदार्पण करने वाली इस टीम से उम्मीद थी कि वे हर हमले को बचाएंगे और उन्होंने ऐसा किया भी। हालांकि मुझे फिर भी उम्मीद थी कि लियो एंड कंपनी जीत हासिल कर लेगी।
अगर आप खिताब जीतना चाहते हैं, तो आपको इस तरह के सुरक्षा चक्र को तोड़ना होगा। उनके प्रदर्शन को देखकर निराशा हुई। जो टीम अंक जुटाने के लिए खेल रही होती है, उसके खिलाफ मौके जल्दी से नहीं मिलते हैं। अगर आप चूकते हैं, तो आपको उसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा और यही हमारे साथ हुआ। 1-1 से बराबरी पर पेनाल्टी मिलना एक सुनहरा अवसर था और लियो ने इसे बर्बाद कर दिया। हालांकि ड्रॉ के लिए मैं उन्हें दोषी नहीं ठहरा सकता हूं। यह एक टीम की विफलता है।
पेनाल्टी पर चूकना फुटबॉल का हिस्सा है। यह लियो की बदकिस्मती थी। मैं भी कई बार पेनल्टी पर चूका हूं, जिसमें 1990 में यूगोस्लवाकिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में मिली जीत भी शामिल है। आपको इन चीजों को पीछे छोड़कर आगे बढ़ना होता है। क्रोएशिया के खिलाफ बड़े मुकाबले से पहले टीम के अन्य विभागों को लेकर मैं थोड़ा चिंतित हूं। यह सभी को पता था कि आइसलैंड अपने डिफेंस को मजबूत करते हुए विपक्षी टीम की मुश्किल बढ़ाएगी। हवा में ऊंचे शॉट लगाने में अर्जेंटीना के खिलाडि़यों का कद आड़े आता है। वैकल्पिक रणनीति के अभाव को लेकर मैं चिंतित हूं। आपको बेहतर रणनीति के साथ बेहतर प्रदर्शन करना होगा तभी आप क्रोएशिया के खिलाफ जीत दर्ज कर पाएंगे।
क्रोएशिया के खिलाफ मुकाबला अलग होगा क्योंकि वे रक्षात्मक खेल नहीं खेलेंगे। उनके पास मिडफील्ड में मोडरिक व राकीटिक जैसे खिलाड़ी हैं, जो खेल पर अपना दबदबा रखने के विशेषज्ञ हैं। इस टीम के पास हमेशा प्रतिभाशाली खिलाड़ी होते हैं और वर्तमान टीम में भी यह देखा जा सकता है। उनके पास अनुभवी खिलाड़ी भी हैं, जिन्हें पता है कि कब और कैसे हमला करना है। मैंडजुकिक एक खतरनाक स्ट्राइकर हैं और आइसलैंड के खिलाफ भी अर्जेटीना के मिडफील्ड में कमियां दिख रही थीं। आइसलैंड जैसी नई टीम भले ही इसका फायदा न उठा पाई हो, लेकिन क्रोएशिया यह मौका नहीं छोड़ेगा।
दूसरी तरफ हमारे फारवर्ड को ज्यादा जगह मिलेगी क्योंकि क्रोएशिया पूरी तरह से रक्षात्मक होकर नहीं खेलेगा। कोच जॉर्ज साम्पोली को इसी के मुताबिक रणनीति बनानी होगी। लियो और एग्युरो उनके सर्वश्रेष्ठ विकल्प हैं और दोनों पर क्त्रोएशिया का ध्यान रहेगा। इससे तीसरे स्ट्राइकर के लिए जगह बनेगी। डी मारियो आइसलैंड के खिलाफ अच्छे नहीं दिखे थे। अगर उन्हें मैदान में उतारा जाता है, तो उनका इस्तेमाल इस काम के लिए किया जा सकता है। डायबाला को लेकर भी चर्चा है और मुझे लगता है कि उन्हें खिलाना चाहिए।
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4-2-3-1 संयोजन तभी काम करता है जब बीच में चीजें सही हों और इसके लिए माशेरानो को आगे बढ़कर अपनी भूमिका निभानी होगी। गोल करने की कोशिश में वे क्रोएशिया को मौका नहीं दे सकते क्योंकि वे इसका फायदा उठाने में नहीं चूकेंगे। मैं अभी हिम्मत नहीं हार रहा हूं और अब अपनी टीम का समर्थन करने का समय आ गया है। उन्हें एक टीम के रूप में खेलना होगा। अगर मेसी इस मैच में गोल करते हैं, तो काफी अच्छा रहेगा।