दिल्ली में वायु प्रदूषण को भारतीय कप्तान ने बताया खतरनाक, कह डाली ये बात
दिल्ली में वायु प्रदूषण को भारतीय कप्तान ने खतरनाक बताया है। फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने अपने आने वाले मैचों के लिए भारतीयों को आश्वस्त किया है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने बुधवार को वादा किया कि उनकी टीम ओमान और अफगानिस्तान के खिलाफ फीफा विश्व कप क्वालीफायर में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने की कोशिश करेगी। एशियन चैंपियन और 2022 विश्व कप के मेजबान कतर के खिलाफ गोलरहित (0-0) ड्रॉ खेलने के बाद भारतीय टीम को कोलकाता में दूसरे दौर के अपने पिछले क्वालीफाइंग मैच में बांग्लादेश की टीम के खिलाफ 1--1 से ड्रॉ के दौरान जूझना पड़ा था।
यहां एक कार्यक्रम में पहुंचे छेत्री ने कहा, "मुझे लगता है कि इसमें से एक मैच दुशांबे में होगा क्योंकि वे (अफगानिस्तान) अपने घरेलू मैच वहां खेल रहे हैं और फिर ओमान के खिलाफ (मस्कट में) खेलना है। दोनों काफी कड़े और अहम मैच हैं, लेकिन हमें अपने ऊपर भरोसा है। अगर हम कतर के खिलाफ वाले प्रदर्शन को दोहराने में सफल रहे तो हम अच्छा कर सकते हैं। हम डरे हुए नहीं हैं।"
दूसरे दौर के क्वालीफायर में अब तक जीत दर्ज करने में नाकाम रहे भारत को 14 नवंबर को अफगानिस्तान और 20 नवंबर को ओमान से खेलना है। छेत्री ने कहा कि टीम बांग्लादेश के खिलाफ प्रदर्शन से खुश नहीं है। टीम अच्छा खेली, लेकिन हमारे स्ट्राइकरों ने कई मौके गंवाए और इसलिए हमने दो अंक गंवा दिए जो हमें नहीं गंवाने चाहिए थे।
एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) ने हाल में आइएसएल को देश की शीर्ष लीग के रूप में मान्यता दी है। इस बारे में पूछे जाने पर छेत्री ने कहा, "मुझे लगता है कि उन्होंने एएफसी के साथ बात की होगी और उम्मीद है कि सभी हितधारक साथ आएंगे, मेरे हिसाब से जितनी अधिक टीमें होंगी, उतना बेहतर होगा। इससे प्रतिस्पर्धी मैचों की संख्या बढ़ेगी और यह खिलाड़ियों के लिए बेहतर है।"
छेत्री ने कहा कि टीम प्रयास कर रही है लेकिन अब तक कोच इगोर स्टिमक की रणनीतियों को पूरी तरह अपना नहीं पाई है। साथ ही दिल्ली को खराब वायु गुणवत्ता के सवाल पर हाल ही में वीगन बने छेत्री ने कहा कि यहां खुद को फिट रखना आसान नहीं है क्योंकि अन्य राज्यों की तुलना में यहां प्रदूषण अधिक है। सीढ़ियां चढ़ना शुरू करो, एक्सरसाइज करो, अधिक मत खाओ, पर्यावरण को दोषष मत दो, हमारी समस्या यह है कि हम पर्याप्त ईमानदार नहीं हैं।