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फुटबॉल डायरी: आखिर अपने आलोचकों पर क्यों भड़क उठे मेराडोना?

इस मुकाबले से पहले डोराडोस की टीम 13वें स्थान पर थी जबकि कैफेटेलरोस 15वें पायदान पर थी।

By Lakshya SharmaEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 10:49 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 10:46 AM (IST)
फुटबॉल डायरी: आखिर अपने आलोचकों पर क्यों भड़क उठे मेराडोना?
फुटबॉल डायरी: आखिर अपने आलोचकों पर क्यों भड़क उठे मेराडोना?

 नई दिल्ली, जेएनएन। अर्जेटीना के महान फुटबॉलर डिएगो मेराडोना ने एक बड़ी जीत के साथ मेक्सिको क्लब फुटबॉल की दुनिया में बतौर मैनेजर पदार्पण किया। सोमवार को मेराडोना के नए क्लब डोराडोस ने सेकेंड डिविजन मुकाबले में कैफेटेलरोस को 4-1 से हरा दिया।

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पिछले दिनों मेराडोना ने संघर्ष कर रही कूलियाकान के इस क्लब को कोंचिंग देने के फैसले से हैरान कर दिया था। हालांकि उनके चेहरे पर तब मुस्कान बिखर गई जब उनकी पसंदीदा नंबर-10 की जर्सी पहने विनिसियो अंग्यूलो ने हैट्रिक लगाकर डोराडोस को जीत दिला दी। 

जीत के बाद मेराडोना ने कहा कि हमने एक शानदार मुकाबला खेला। कुछ लोगों ने कहा था कि मेराडोना बेकार है। बहुत सारे ऐसे बेवकूफ लोग थे जो टीवी पर समय बिता रहे थे। मुझे उम्मीद है कि अब वह मैदान पर आएंगे और मेरा रिकॉर्ड देखेंगे और जानेंगे कि सही मायने में हम क्या कर रहे हैं, मैं जानता हूं कि इसे कैसे किया जा सकता है। डोराडोस की यह यादगार जीत रही। 

इस मुकाबले से पहले डोराडोस की टीम 13वें स्थान पर थी जबकि कैफेटेलरोस 15वें पायदान पर थी। इस जीत के बाद डोराडोस को तीन अंक मिले और अब 10वें स्थान पर पहुंच गई है। मेराडोना ने कहा कि यह तो कुछ भी नहीं था। यह सिर्फ एक मैच था। यह एक खूबसूरत सपने की शुरुआत है।

मेराडोना की मेक्सिको से सुनहरी यादें जुड़ी हुई हैं। इसी देश में उन्होंने 1986 में अपनी अगुआई में अर्जेटीना को विश्व चैंपियन बनाया था। हालांकि बतौर मैनेजर उनके पहले मेक्सिकन मुकाबले में करीब 20 हजार की क्षमता वाली स्टेडियम की पूरी सीटें भर नहीं सकीं। 

नेमार को चोट से बचना आता है 

लिवरपूल के मैनेजर जुर्जेन क्लोप ने पेरिस सेंट जर्मेन के स्ट्राइकर नेमार द्वारा विश्व कप में चोटिल होने के बहाने करने के रवैये का बचाव किया। क्लोप ने कहा कि मैंने विश्व कप के कुछ मुकाबले देखे और मुझे पता था कि कुछ लोग नेमार की चोट के बारे में बात कर रहे थे लेकिन वह एक साधारण प्रतिक्रिया थी क्योंकि खिलाड़ी उन्हें घेरने की कोशिश कर रहे थे। यह सच्चाई है और वह खुद को बचाना चाहते थे। मैं यह समझता हूं। वह एक शानदार खिलाड़ी हैं। वह विश्व कप के लिए पूरी तरह से फिट नहीं थे लेकिन उन्होंने अपने देश की जिम्मेदारी उठाने के लिए उसमें भाग लिया।

सर्बिया से दूसरे मैच में भी हारा भारत

भारत की अंडर-19 फुटबॉल टीम को एक बार फिर मेजबान सर्बिया के खिलाफ शिकस्त झेलनी पड़ी। भारतीय टीम को सर्बिया ने दूसरे दोस्ताना मुकाबले में 1-3 से हरा दिया। भारतीय टीम अगले साल होने वाले अंडर-19 एशियन चैंपियनशिप की तैयारियों के सिलसिले में यूरोप के दौरे पर है।

भारतीय टीम को सर्बिया के खिलाफ पहले मुकाबले में 0-2 से शिकस्त मिली थी। भारत की ओर से इकलौता गोल रहीम अली ने किया। सर्बिया ने तीनों गोल पहले हाफ में किए।


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