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फीफा और एएफसी के प्रतिनिधिमंडल ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से की मुलाकात, इन मुद्दों पर हुई बात

फीफा और एएफसी के प्रतिनिधिमंडल ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात कर कई गंभीर मुद्दों को लेकर अपनी बात की। इस दौरान एआइएफएफ चुनाव कराने और अंडर-17 महिला विश्व कप के आयोजन पर सहमति भी बनी जोकि भारतीय फुटबाल फैंस के लिए अच्छी खबर है।

By Sameer ThakurEdited By: Published: Thu, 23 Jun 2022 03:04 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jun 2022 03:04 PM (IST)
फीफा और एएफसी के प्रतिनिधिमंडल ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से की मुलाकात, इन मुद्दों पर हुई बात
सुनील छेत्री के नेतृत्व में भारतीय फुटबाल टीम (फोटो क्रेडिट ट्विटर)

नई दिल्ली: भारतीय फुटबाल में चल रहे संकट के जल्द समाप्त होने की उम्मीद जगी है। फुटबाल की वैश्विक संस्था फीफा और एशियाई फुटबाल परिसंघ (एएफसी) के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात कर भारतीय फुटबाल की स्थिति सुधारने को लेकर चर्चा की। इस दौरान दो अहम फैसले लिए गए, जिसमें अखिल भारतीय फुटबाल संघ (एआइएफएफ) के चुनाव को जल्द से जल्द संपन्न कराना और महिला अंडर-17 फीफा विश्व कप का भारत में ही आयोजन सुनिश्चित करना शामिल था।

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सूत्रों के अनुसार, इस प्रतिनिधिमंडल में एएफसी के महासचिव दातुक सेरी विंडसर जान और फीफा के मुख्य सदस्य संघ के अधिकारी केनी जीन मैरी शामिल थे। यह प्रतिनिधिमंडल विशेष तौर से खेल मंत्री ठाकुर से मिलने भारत आया था। वे भारतीय फुटबाल की वर्तमान स्थिति पर चर्चा करना चाहते थे।

खेल मंत्री के साथ उनकी बैठक हालांकि कुछ लंबी रही, लेकिन इसमें फैसले फलदायक निकलकर सामने आए। खेल मंत्री ठाकुर और प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भारतीय खेल संघों (एनएसएफ) की स्वायत्ता के पक्ष में थे और चाहते हैं कि एआइएफएफ के संचालन में प्रशासकों की समिति (सीओए) का किसी तरह का हस्तक्षेप नहीं रहे और इसके लिए जल्द से जल्द एआइएफएफ के चुनाव कराए जाने जरूरी हैं।

दोनों पक्षों ने इस बात पर सहमति जताई कि जल्द चुनाव कराने के लिए एआइएफएफ को जो भी जरूरी मदद की जरूरत पड़ेगी फीफा और सरकार उसे वह मदद प्रदान करेगी। मालूम हो कि पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट ने प्रफुल पटेल की अगुआई वाले दल को एआइएफएफ से बाहर कर दिया था और उसकी दिनचर्या के काम को चलाने के अलावा नए संविधान को बनाने और चुनाव कराने के लिए तीन सदस्यीय सीओए गठित की थी। तब से ऐसी अटकलें लग रही हैं कि भारत पर फीफा प्रतिबंध लगा सकता है।

बुधवार की बैठक के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि फिलहाल ऐसा कुछ नहीं होने वाला है और भारतीय फुटबाल के संकट का समाधान जल्द हो जाएगा।एआइएफएफ के जल्द चुनाव कराने के अलावा खेल मंत्री ठाकुर और प्रतिनिधिमंडल के बीच महिला अंडर-17 फीफा विश्व कप के आयोजन को लेकर भी चर्चा हुई।

असल में यह टूर्नामेंट नवंबर 2020 में भारत के पांच शहरों में खेला जाना था, लेकिन तब बढ़ते कोविड मामलों के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। इसके बाद फीफा ने इस टूर्नामेंट को इस साल 11 से 30 अक्टूबर के दौरान भारत के तीन शहरों में आयोजित करने का फैसला किया गया था।

हालांकि, एआइएफएफ में अस्थिरता के कारण अटकलें लगाई जा रही थीं कि इस टूर्नामेंट की मेजबानी भारत से छीनी जा सकती है और इसकी तिथियों में भी बदलाव हो सकता है, लेकिन बुधवार की बैठक में यह तय किया गया कि यह विश्व कप भारत में ही तय समय पर होगा। हालांकि, यह भारत के लिए दूसरा मौका होगा जब वह फीफा के किसी टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा। इससे पहले भारत में 2017 में अंडर-17 फीफा पुरुष विश्व कप का सफल आयोजन हो चुका है।


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