भारत की टीम भी अंडर 17 विश्व कप में दिखा सकती है कमाल: विजयन
विजयन ने मोहन बागान, ईस्ट बंगाल, जेसीटी मिल्स और चर्चिल ब्रदर्स का प्रतिनिधित्व भी किया।
नई दिल्ली, पीटीआइ। देश के महान स्ट्राइकरों में से एक आईएम विजयन भारतीय फुटबाल के पेशेवर बनने के उसके दृढ़ विश्वास पर चकित हैं। उनका मानना है कि फीफा अंडर-17 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन से देश में फुटबॉल को एक नई राह मिल सकती है।
विजयन ने 1989 से 2003 के बीच भारत के लिए 79 मैच खेले। 48 वर्षीय पूर्व फुटबॉलर ने कहा, 'मैं विश्व कप में भारत के प्रदर्शन को लेकर काफी आशावादी हूं। हम मेजबानी कर रहे हैं और हमारे खिलाड़ियों ने तैयारियों के दौरान आत्मविश्वास हासिल किया है। मैंने उन्हें ट्रेनिंग करते हुए देखा और इससे वाकई प्रभावित हुआ। मैं कह सकता हूं कि उन्होंने विश्व कप में शानदार प्रदर्शन करने की ठान ली है।'
विजयन भारत के शानदार फुटबॉलरों में से एक रहे हैं। उन्होंने अपने 15 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में 40 गोल किए। उन्होंने अंतिम मैच 2004 में घरेलू टीम केरल पुलिस के लिए खेला था। विजयन ने मोहन बागान, ईस्ट बंगाल, जेसीटी मिल्स और चर्चिल ब्रदर्स का प्रतिनिधित्व भी किया।
भारतीय फुटबॉल में बदलाव के बारे में उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि जिस चीज ने मेरा ध्यान खींचा, वह पेशेवर होने के प्रति टीम का रुख है। वे दिन अब चले गए, जब हम अपने कैंप के लिए बेंगलुरु के साई सेंटर से कमरे में पानी की बोतलें लेकर आया करते थे। उस समय मैच के बाद हमसे पूछा जाता था कि क्या किसी को चोट लगी है। अब खिलाड़ियों के साथ उनकी देखभाल के लिए कई सारे डॉक्टर, फिजियोथिरेपिस्ट और कोच हैं। मैच से पहले फिटनेस जांचने के लिए उनकी स्क्रीनिंग की जाती है।'
विजयन फुटबॉल के दो सरकारी पर्यवेक्षकों में से एक हैं, जिन्हें मकाउ के खिलाफ 2019 एशियाई कप क्वालीफाइंग के लिए चुना गया है। उन्होंने टीम के साथ दौरा कर उसके अभ्यास के प्रबंधन और मैच के दिन की सुविधाओं पर कड़ी नजर रखी। उन्होंने बताया, 'मैंने अखिल भारतीय फुटबॉल संघ को भारत में फुटबॉल के ढांचे में आए विकास के बारे में लिखा है।' उन्होंने कहा कि भारतीय फुटबॉल और भारतीय क्रिकेट में कोई तुलना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा, 'दोनों की अपनी जगह है। दोनों हमारी राष्ट्रीय टीमें हैं और हमें दोनों को प्रोत्साहित करना चाहिए।'