Euro 2020 final: गोल नहीं कर पाने पर इंग्लैंड के खिलाड़ियों पर हुई नस्ली टिप्पणी, मैनेजर ने जताई नाराजगी
पेनाल्टी शूट आउट में इंग्लैंड के जिन खिलाड़ियों से गोल करने में चूक हुई उनको नस्लीय टिप्पणी का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड की टीम के खिलाड़ी बुकायो साका मार्कस रशफोर्ड और सांचो पेनाल्टी पर गोल नहीं कर पाए थे।
लंदन, एपी। रविवार की रात को खेले गए यूरो कप 2020 के फाइनल में कांट की टक्कर में इटली की टीम ने इंग्लैंड को हराया। मैच के फुट टाइम तक दोनों टीमों एक एक की बराबरी पर रही थी। इसके बाद विजेता का फैसला करने के लिए पेनाल्टी शूट आउट कराया गया। यहां इटली की टीम ने गोलकीपर जियानलुइगी डोनारूमा के शानदार बचाव के दम पर इंग्लैंड को मात देते हुए 3-2 से मैच जीत खिताब अपने नाम किया।
इस मैच के बाद बेहद ही शर्मनाक चीज सामने निकलकर आई। पूरे टूर्नामेंट में शानदार खेल दिखाकर फाइनल तक पहुंची इंग्लैंड ने आखिरी के कुछ क्षणों में चूक की वजह से खिताब जीतने का बेहतरीन मौका गंवाया। पेनाल्टी शूट आउट में इंग्लैंड के जिन खिलाड़ियों से गोल करने में चूक हुई उनको नस्लीय टिप्पणी का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड की टीम के खिलाड़ी बुकायो साका, मार्कस रशफोर्ड और सांचो पेनाल्टी पर गोल नहीं कर पाए थे।
यूरो कप फाइनल में पेनाल्टी शूट आउट में चूकने वाले इंग्लैंड के तीनों अश्वेत खिलाड़ियों को इंटरनेट मीडिया पर नस्ली टिप्पणियों का सामना करना पड़ा। इसके बाद इंग्लैंड फुटबाल संघ (एफए) ने बयान जारी करके खिलाड़ियों के लिए उपयोग की जा रही भाषा की निंदा की। इंग्लैंड की तरफ से बुकायो साका, मार्कस रशफोर्ड और सांचो पेनाल्टी पर गोल नहीं कर पाए थे।
एफए ने कहा कि वे तीनों खिलाड़ियों के साथ किए जा रहे व्यवहार से स्तब्ध हैं। टीम ने फाइनल में पेनाल्टी शूट आउट में चूकने से पहले अपने समर्थकों का दिल भी जीता था, लेकिन खिताब नहीं जीतने के बाद घृणा खुलकर सामने आ गई।
एफए ने आगे कहा कि हम खिलाड़ियों का पुरजोर समर्थन करते रहेंगे और नस्ली टिप्पणी करने वाले जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा देने की अपील भी करेंगे। वहीं, लंदन पुलिस ने अस्वीकार्य दुर्व्यवहार की निंदा करते हुए कहा कि वे आक्रामक और नस्ली इंटरनेट मीडिया पोस्ट की जांच करेंगे।