जोस मौरिन्हो के समर्थन में उतरे रूनी, मैनचेस्टर युनाइटेड के खराब प्रदर्शन को लेकर उठे सवाल
युनाइटेड के खराब प्रदर्शन के लिए मौरिन्हो को जिम्मेदार बताकर उन्हें हटाए जाने की मांग की जा रही है।
लंदन, एएफपी। इंग्लिश फुटबॉलर वेन रूनी ने मैनचेस्टर युनाइटेड के खिलाडि़यों को अपने मैनेजर जोस मौरिन्हो के साथ खड़े होने को कहा है। साथ ही उन्होंने कहा है कि क्लब की परेशानियों के लिए जोस सबसे आसान शिकार हैं, जिसकी वजह से उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।
इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) में अपने पिछले मुकाबले में युनाइटेड ने वापसी करते हुए न्यूकैसल को 3-2 से हराया था लेकिन इसके बावजूद अंक तालिका में आठ मुकाबलों के बाद 13 अंक के साथ वह आठवें पायदान पर है और शीर्ष पर काबिज मैनचेस्टर सिटी से सात अंक पीछे है। युनाइटेड के खराब प्रदर्शन के लिए मौरिन्हो को जिम्मेदार बताकर उन्हें हटाए जाने की मांग की जा रही है। साथ हीफ्रांस के मिडफील्डर पॉल पोग्बा सहित क्लब के कुछ खिलाडि़यों के साथ उनके संबंध अच्छे नहीं हैं।
हालांकि मैनचेस्टर युनाइटेड के पूर्व कप्तान और मेजर सॉकर लीग की टीम डीसी युनाइटेड के मौजूदा स्टार वेन रूनी को लगता है कि खिलाडि़यों को स्थिति को संभालने के लिए थोड़ी जिम्मेदारी लेनी चाहिए थी। रूनी ने कहा कि युनाइटेड मुश्किल दौर में चल रहा है। यह बहुत मुश्किल समय रहा है। खिलाडि़यों और मैनेजर के लिए यह सत्र की कठिन शुरुआत रही है। मैं जानता हूं कि जोस पर बहुत दबाव है लेकिन खिलाडि़यों को उनके समर्थन में खड़ा होना होगा। मैनेजर बहुत कुछ कर सकते हैं लेकिन इसके लिए मैदान पर उनके खिलाडि़यों को एकजुट होकर प्रदर्शन करना होगा। उनके लिए सब कुछ एक साथ आ गया है लेकिन जोस एक आसान शिकार हैं। कुछ खिलाडि़यों को बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए था।
रूनी ने आगे कहा कि जब लुइस वान गाल युनाइटेड के मैनेजर थे तब भी ओल्ड ट्रैफर्ड में ऐसी ही परिस्थिति पैदा हुई थी। उनके सामने कई रुकावटें आई लेकिन मैंने खिलाडि़यों से कहा कि हमें अच्छा प्रदर्शन करते रहना होगा। निजी तौर पर मुझे लगता है कि उन्होंने (वान गाल) हमें बहुत अच्छे से तैयार किया था लेकिन हम मैदान में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। 2016 में युनाइटेड के खराब प्रदर्शन की वजह से वान गाल को हटा दिया गया था।
उम्र में विसंगति की जांच करेगा एआइएफएफ
नई दिल्ली : अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआइएफएफ) ने कहा है कि वह जमशेदपुर एफसी के खिलाड़ी गौरव मुखी की उम्र में विसंगति के आरोपों की जांच करेगा। मुखी को इंडियन सुपर लीग (आइएसएल) में सबसे युवा स्कोरर बताया गया है। आइएसएल ने दावा किया कि 16 साल के मुखी टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे कम उम्र में गोल करने वाले खिलाड़ी हैं जिन्होंने रविवार को बेंगलुरु एफसी के खिलाफ गोल दागा था। एआइएफएफ के महासचिव कुशाल दास ने कहा कि हम संबंधित समितियों के सामने यह मसला रखेंगे। उसके पासपोर्ट में लिखा है कि वह 2002 में पैदा हुआ है जबकि 2015 में जारी एक बयान में कहा गया है कि उसका जन्म 1999 में हुआ है। उसे 2015 में राष्ट्रीय चैंपियनशिप के दौरान उम्र को लेकर धोखाधड़ी के मामले में पकड़ा गया था। उसके बाद एआइएफएफ ने झारखंड के कोच पर एक साल का प्रतिबंध और संघ पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया था।