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आखिरकार भावुक मेसी ने चूमी अंतरराष्ट्रीय ट्राफी, जीत के बाद मैदान से ही पत्नी को किया फोन

अर्जेंटीना के कप्तान लियोन मेसी ने कोपा अमेरिका कप जीतने के तुरंत बाद स्टेडियम से अपने परिवार को फोन किया। यह मनमोहक क्षण इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया। मैच के बाद मेसी ने अपनी पत्नी एंटोनेला रोक्कुजो को फोन किया।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sun, 11 Jul 2021 08:19 PM (IST)Updated: Sun, 11 Jul 2021 08:19 PM (IST)
आखिरकार भावुक मेसी ने चूमी अंतरराष्ट्रीय ट्राफी, जीत के बाद मैदान से ही पत्नी को किया फोन
कोपा अमेरिका कप को चूमते हुए मेसी (एपी फोटो)

ब्यूनस आयर्स, एपी। फाइनल में चार बार शिकस्त, बड़े टूर्नामेंट में जल्दी बाहर होने की शर्मिदगी और राष्ट्रीय टीम से संन्यास लेने तक का फैसला करने के बाद अंतत: सुपरस्टार स्ट्राइकर लियोन मेसी को अर्जेटीना ने जश्न में आंसू बहाने का मौका दे ही दिया। मेसी ने 34 साल की उम्र में कोपा अमेरिका ट्राफी को चूमा। उनके शानदार करियर का सबसे बड़ा इंतजार अब खत्म हो गया। इस खिताबी जीत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मेसी के लिए यह ट्राफी कितनी अहम है कि मैच के खत्म होने के बाद टीम के साथी खिलाड़ी उन्हें हवा मे उछालते रहे।

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मेसी को चार गोल करने और पांच गोल में मदद करने के लिए ब्राजील के नेमार के साथ टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। नेमार ने पांच मैचों में दो गोल करने के अलावा तीन गोल करने में सहायता की। कप्तान ने इस दौरान 151 मुकाबलों के साथ अर्जेटीना की ओर से सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का रिकार्ड भी बनाया।

और भावुक हो गए मेसी : उरुग्वे के रेफरी एस्तेबान ओस्तोजिक ने जब मैच समाप्त होने की सीटी बजाई तो मेसी मैदान पर ही घुटनों के बल बैठ गए और हाथों से अपने चेहरे को ढक लिया और भावुक हो गए। मेसी के सामने अब चुनौती अगले साल कतर में होने वाला विश्व कप जीतना है। टीम अगर ऐसा करने में सफल रहती है तो 1986 में डिएगो मेराडोना की मौजूदगी वाली टीम की खिताबी सफलता को दोहराएगी।

19 साल की उम्र में निराशा का दौर शुरू : रविवार तक मेसी अर्जेटीना की ओर से सिर्फ 2005 में अंडर-20 विश्व कप और 2008 में बीजिंग ओलंपिक में स्वर्ण पदक ही जीत पाए थे। सीनियर टीम के साथ उनकी निराशा का दौर 19 साल की उम्र में शुरू हुआ जब 2006 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में टीम को जर्मनी के खिलाफ शिकस्त झेलनी पड़ी। एक साल बाद ब्राजील ने फाइनल में अर्जेटीना को 3-0 से हराकर कोपा अमेरिका खिताब जीता। विश्व कप 2014 के फाइनल में भी अर्जेटीना को जर्मनी के खिलाफ शिकस्त झेलनी पड़ी और रियो में मेसी अपनी टीम की 0-1 की हार से बेहद निराश थे। इसके बाद चिली ने 2015 और 2016 में लगातार दो कोपा अमेरिका फाइनल में मेसी की खिताब जीतने की उम्मीदों को तोड़ा। मेसी की टीम को दोनों बार पेनाल्टी शूट आउट में शिकस्त का सामना करना पड़ा। दूसरी बार चिली के खिलाफ फाइनल में हार के बाद मेसी ने संवाददाताओं से कहा कि वह अब राष्ट्रीय टीम की ओर से नहीं खेलेंगे।

उन्होंने तब कहा था कि यह मेरे लिए नहीं है (राष्ट्रीय टीम के साथ खिताब जीतना)। मैंने प्रयास किया, मुझे लगता है कि बस अब बहुत हो चुका। मेसी ने हालांकि दक्षिण अमेरिकी विश्व कप क्वालीफायर में वापसी की जिसमें अर्जेटीना को जूझना पड़ा। वह टीम को रूस में हुए विश्व कप में जगह दिलाने में सफल रहे लेकिन, फ्रांस के खिलाफ प्री क्वार्टर फाइनल में हारकर टीम बाहर हो गई। मेसी ने 2019 कोपा अमेरिका में अधिक आक्रामक रवैया अपनाया जिससे अर्जेटीना के प्रशंसकों को काफी खुशी हुई जिनका मानना था कि मेसी काफी जोश के साथ नहीं खेलते। बेहद कम अनुभव वाले कोच लियोन स्कोलोनी के मार्गदर्शन में युवा खिलाडि़यों के साथ मिलकर उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।

डि मारिया को लेनी पड़ी से मनोचिकित्सक की मदद

ब्राजील के खिलाफ कोपा अमेरिका कप के फाइनल में मैच का एकमात्र गोल करने वाले अर्जेटीना के खिलाड़ी एंजेल डि मारिया ने कहा कि फाइनल मैच में अपने प्रदर्शन से उबरने के लिए उन्हें मनोचिकित्सक से मदद लेनी पड़ी थी। उन्होंने मैच के बाद कहा, 'मैं भावुक नहीं हो सकता। मैं जमीन पर गिर कर जश्न नहीं मना सकता। हमने इसे हासिल करने का बहुत सपने देखे थे। कितने लोगों ने कहा कि मुझे टीम में वापस नहीं आना चाहिए। मैं हिम्मत नहीं हारा और आज यह (खिताबी जीत) हो गया।'

अर्जेटीना की इस टीम में सिर्फ डि मारिया, कप्तान लियोन मेसी और स्ट्राइकर सर्जियो अगूएरो ही उस टीम का हिस्सा थे जिसे जर्मनी ने ब्राजील में 2014 विश्व कप फाइनल हराया था। वह चोट के कारण 2015 और 2016 में चिली के खिलाफ कोपा अमेरिका फाइनल में भी नहीं खेल सके थे। इसके बाद डि मारिया ने एक मनोचिकित्सक से मदद लेनी शुरू की। अर्जेटीना के प्रशंसक उन्हें टीम से बाहर करना चाहते थे, लेकिन उन्होंने फाइनल में सभी को गलत साबित करते हुए टीम को चैंपियन बनाने में अहम योगदान दिया। उन्होंने कहा, 'यह यही नहीं रुकेगा। विश्व कप जल्द ही आ रहा है और इस जीत से हमारा मनोबल काफी बढ़ेगा।'

मेसी ने नेमार को दी सांत्वना

कोपा अमेरिका फाइनल जहां लियोन मेसी के अर्जेंटीना के लिए उत्साह लेकर आया वहीं, नेमार के ब्राजील को पीड़ा हुई। फाइनल सीटी बजने के बाद विजेता टीम जहां जश्न में डूब गई वहीं, नेमार अपने आंसू नही रोक पा रहे थे। ब्राजीलियाई फारवर्ड को उनके साथियों, मैनेजर और सहयोगी स्टाफ ने सांत्वना दी। नेमार को सांत्वना देने वालों में मेसी भी थे। वह पास आए और नेमार को गले लगा लिया। नेमार के पेरिस सेंट-जर्मेन चले जाने से पहले दोनों चार साल तक स्पेनिश क्लब बार्सिलोना में साथ रहे थे।

जीत के मेसी ने परिवार को फोन किया

अर्जेंटीना के कप्तान लियोन मेसी ने कोपा अमेरिका कप जीतने के तुरंत बाद स्टेडियम से अपने परिवार को फोन किया। यह मनमोहक क्षण इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया। मैच के बाद मेसी ने अपनी पत्नी एंटोनेला रोक्कुजो को फोन किया। मेसी की पत्नी और उनके तीन बच्चे बार्सिलोना के कैंप नोउ में रह रहे हैं। पिच के बीच में, मेसी एंटोनेला के साथ लाइव वीडियो काल पर थे और अपने पदक को बहुत खुशी और गर्व के साथ दिखा रहे थे। इंस्टाग्राम पर वीडियो का स्क्रीनशाट शेयर करते हुए एंटोनेला ने लिखा, 'तुम्हारी खुशी मेरी है। बधाई हो, मेरा प्यार।' एंटोनेला ने अपने तीन बच्चों थियागो, मातेओ और सिरो के इंस्टाग्राम पर एक वीडियो भी साझा किया जिसमें अर्जेंटीना के कोपा अमेरिका खिताब के लिए 28 साल के इंतजार को समाप्त करने के बाद एक जश्न का गीत गाते हुए है।


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