यूसुफ ने पेरू की वापसी का जश्न किया फीका, कुएवा की पेनाल्टी में चूक पड़ी भारी
पेरू ने लगातार हमले किए, लेकिन अंतिम क्षणों की चूक के कारण आखिर में उसे हार का सामना करना पड़ा।
सरांस्क, एएफपी। पेरू की 36 साल बाद फीफा विश्व कप में वापसी के जश्न को डेनमार्क के यूसुफ पॉलसन ने फीका कर दिया। यूसुफ के गोल और क्रिस्टियन कुएवा की पेनाल्टी में चूक की बदौलत शनिवार को यहां डेनमार्क ने ग्रुप-सी के मुकाबले में पेरू को 1-0 से शिकस्त देकर अपने अभियान का सकारात्मक आगाज किया। पेरू ने लगातार हमले किए, लेकिन अंतिम क्षणों की चूक के कारण आखिर में उसे हार का सामना करना पड़ा।
यूसुफ ने 59वें मिनट में गोल कर डेनमार्क को बढ़त दिलाई जो आखिर में निर्णायक साबित हुई। यह गोल बेशक यूसुफ ने किया, लेकिन इसमें डेनमार्क के स्टार खिलाड़ी क्रिस्टियन एरिक्सन की भूमिका भी अहम रही, जो मैदान के बीच से गेंद लेकर आगे बढ़े। उन्होंने बड़ी कुशलता के साथ पेरू के डिफेंस में सेंध लगाई और फिर गेंद को खूबसूरती के साथ यूसुफ की तरफ बढ़ा दिया। यूसुफ ने 10 गज की दूरी से गोलकीपर पेड्रो गालिसे को छकाते हुए गोल कर दिया।
इससे पहले पेरू को 44वें मिनट में वीडियो सहायक रेफरी (वीएआर) की मदद से पेनाल्टी मिली। विश्व कप में दूसरी बार इस प्रणाली का उपयोग किया गया। तब यूसुफ ने कुएवा को बॉक्स के अंदर गिरा दिया था। रेफरी ने वीएआर का इस्तेमाल करते हुए पेरू को पेनाल्टी दी। कुएवा पेनाल्टी लेने के लिए आए, लेकिन उनका शॉट हवा में लहराता हुआ क्रॉस बार के काफी ऊपर से बाहर चला गया।
इस रोमांचक मुकाबले में डेनमार्क की जीत के हीरो गोलकीपर कास्पर श्माइकल रहे, जिन्होंने मैच में, खासकर दूसरे हाफ में कई शानदार बचाव करते हुए पेरू को बराबरी नहीं करने दी और अपनी टीम को पूरे तीन अंक दिलाए। पेरू ने पहले हाफ में ज्यादा मौके नहीं बनाए थे, लेकिन दूसरे हाफ में उसकी आक्रमण पंक्ति ने अधिकतर समय डेनमार्क के खेमे में बिताया। हालांकि, उसके खिलाड़ी श्माइकल की बाधा को पार नहीं कर पाए।इस मैच से पहले ये दोनों टीमें 2016 से लगातार 15 मैच तक अजेय रही थीं, लेकिन डेनमार्क ने इस रिकॉर्ड को आगे बढ़ाया, जबकि पेरू का अभियान थम गया।
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