Fact Check Story: ट्रक से गिरी मछलियों की पुरानी घटना को 'मछली की बारिश' बता कर किया जा रहा है वायरल
सोशल मीडिया पर वायरल इस पोस्ट में एक सड़क पर बहुत सी मछलियों को बिखरा हुआ देखा जा सकता था। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा था कि यह तस्वीर योरो होंडुरास में हुई मछली की बारिश की है।
नई दिल्ली, विश्वास न्यूज। सोशल मीडिया पर अक्सर अजीबो गरीब , और अचरजभरे दावे वायरल होते रहते हैं। जागरण की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट विश्वास न्यूज़ ने हाल ही में ऐसे ही एक दावे की जांच की। सोशल मीडिया पर वायरल इस पोस्ट में एक सड़क पर बहुत सी मछलियों को बिखरा हुआ देखा जा सकता था। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा था कि यह तस्वीर योरो, होंडुरास में हुई "मछली की बारिश" की है। क्यूंकि यह दावा काफी वायरल था, विश्वास न्यूज़ ने इसकी पड़ताल करने का फैसला किया।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल की शुरुआत करते हुए सबसे पहले गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद से वायरल तस्वीर को सर्च किया। dailymail.co.uk में 19 मार्च, 2015 में पब्लिश्ड एक खबर में इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था। खबर के अनुसार यह घटना चीन के कैली शहर की है जहाँ मछली ट्रांसपोर्ट करने वाले एक ट्रक का दरवाज़ा गलती से खुल जाने से 6800 किलोग्राम कैटफ़िश सड़क पर बिखर गयी थी।
यह तस्वीर इसी डिस्क्रिप्शन के साथ avax.news पर भी मिली।
इन सभी जगहों पर इस तस्वीर का क्रेडिट रायटर्स को दिया गया है। विश्वास ने इस विषय में रायटर्स पिक्चर्स से मेल के ज़रिये संपर्क साधा। रिप्लाई में बताया गया कि इस तस्वीर को एक स्ट्रिंगर ने रायटर्स के लिए खींचा था। यह घटना होंडुरास की नहीं, चीन की है जब 2015 में एक ट्रक से यह मछलियां गिर गई थीं।
कीवर्ड्स के साथ ढूंढ़ने पर पता चला कि होंडुरस के योरो में लुविया डे पेसेस या एगुआसेरो डी पेस्काडो ( 'डाउनपोर ऑफ फिश') के रूप में भी पहचाने जाने वाली यह मछली की बारिश की घटना हर वर्ष 1 से 2 बार होती है। यह एक ऐसी घटना है जो एक सदी से भी अधिक समय से वार्षिक रूप से योरो, होंडुरास में घटित हो रही है। जिसमें मछलियां आसमान से गिरती हैं।
विश्वास ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा भ्रामक है। यह तस्वीर होंडुरास में हुई किसी 'मछली की बारिश' की नहीं, बल्कि चीन में एक ट्रक से गिरी मछलियों की है। होंडुरस के योरो में ऐसी घटना होती ज़रूर हैं, मगर वायरल तस्वीर इस घटना की नहीं है।
यह खबर विस्तार से विश्वास न्यूज़ की वेबसाइट पर पढ़ी जा सकती है।