Fact Check Story: नेल्लोर के नाम से वायरल हो रही मुस्लिम-जैन की यह कहानी मनगंढ़त है
दैनिक जागरण की फैक्ट चेकिंग टीम विश्वास न्यूज ने देखा की सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है जिसमें एक दूल्हा-दुल्हन की तस्वीर है। इसमें कपल को हिन्दू और मुस्लिम दोनों की शादी के जोड़े में देखा जा सकता है।
नई दिल्ली, विश्वास न्यूज। दैनिक जागरण की फैक्ट चेकिंग टीम विश्वास न्यूज ने देखा की सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें एक दूल्हा-दुल्हन की तस्वीर है। इसमें कपल को हिन्दू और मुस्लिम दोनों की शादी के जोड़े में देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर मौजूद यूजर इस तस्वीर को शेयर करते हुए यह दावा कर रहे थे कि नेल्लोर में एक मुस्लिम नौजवान जैन समाज की लड़की को भगा ले गया और फिर नेल्लोर में तकरीबन 1800 मुसलमानों को नौकरी से निकाल दिया गया। इस पोस्ट को सच मान कर हज़ारों यूजर शेयर कर रहे थे। विश्वास न्यूज़ ने जब इस पोस्ट की पड़ताल कि तो पता चला कि यह पोस्ट पूरी तरह फर्जी और मनगढंत है।
विश्वास न्यूज़ ने इस पोस्ट की पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले वायरल तस्वीरों को गूगल रिवर्स इमेज के ज़रिये सर्च किया। सर्च में यह फोटो स्कूपव्हूप की वेबसाइट पर 27 मार्च 2021 को पब्लिश हुई एक खबर में मिली। यहाँ दी गई जानकारी के मुताबिक, 'अंकिता अग्रवाल और फैज़ रहमान ने हिन्दू-मुस्लिम दोनों के रीति-रिवाजों से अपनों की मौजूदगी में शादी की'।
विश्वास न्यूज ने इस फर्जी दावे की इससे पहले भी पड़ताल की थी। जनवरी 2020 में इस दावे की पुष्टि के लिए नेल्लोर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक भास्कर भूषण से संपर्क किया गया था और उन्होंने विश्वास न्यूज़ के साथ नेल्लोर पुलिस की तरफ से जारी किया गया नोटिस भी शेयर किया था, जिसमें वायरल की जा रही फर्जी पोस्ट का खंडन किया गया है।
वायरल पोस्ट से जुडी पुष्टि के लिए विश्वास न्यूज़ ने नेल्लोर के नए पुलिस अधीक्षक विजया राव से संपर्क किया और उन्होंने बताया कि यह खबर बहुत वर्षों से सोशल मीडिया पर वायरल है। हालांकि, यह मनगढ़ंत कहानी है, ऐसा कोई मामला नेल्लोर में नहीं हुआ है। विश्वास न्यूज की इस फैक्ट चेक रिपोर्ट में इस दावे की विस्तृत पड़ताल और जांच की प्रक्रिया के बारे में पढ़ा जा सकता है।