Fact Check Story: पांच साल पुरानी तस्वीर मणिपुर के हालिया अटैक के नाम से हुई वायरल
कुछ समय पहले उग्रवादियों ने मणिपुर में एक सैन्य काफिले पर घात लगाकर हमला कर दिया था जिसमें कमाडिंग अधिकारी समेत सात लोगों की मृत्यु हो गई थी। इस घटना के बाद से ही सोशल मीडिया पर एक हमले की तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है।
नई दिल्ली, विश्वास न्यूज। कुछ समय पहले उग्रवादियों ने मणिपुर में एक सैन्य काफिले पर घात लगाकर हमला कर दिया था। इस हमले में कमाडिंग आफिसर समेत सात लोगों की मृत्यु हो गई थी। इस घटना के बाद से ही सोशल मीडिया पर एक हमले की तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर में एक जली हुई बस और उसके आस-पास कुछ सेना और पुलिस के जवानों को खड़ा हुआ देखा जा सकता है। इस तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वायरल तस्वीर मणिपुर में हाल ही में सेना पर हुए हमले की है।
दैनिक जगरण की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की विस्तार से जांच की। पड़ताल के दौरान विश्वास न्यूज ने पाया कि वायरल तस्वीर हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि साल 2015 की है। वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए विश्वास न्यूज ने तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान विश्वास न्यूज को वायरल तस्वीर से जुड़ी एक खबर नईदुनिया की वेबसाइट पर 9 जून 2015 को प्रकाशित मिली।
रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, जून 2015 में मणिपुर के चंदेल जिले के एक इलाके में उग्रवादियों ने सेना के काफिले पर हमला कर दिया था। इस हमले में 20 सैनिक शहीद हो गए थे। ये तस्वीर उसी घटना के दौरान की है। पड़ताल के दौरान विश्वास न्यूज को वायरल तस्वीर गेट्टी इमेजेज की वेबसाइट पर भी मिली। यहां पर दी गई जानकारी के अनुसार, वायरल तस्वीर 4 जून 2015 में मणिपुर के चंदेल जिले में सेना के काफिले पर हुए हमले के बाद की है।
अधिक जानकारी के लिए विश्वास न्यूज ने मणिपुर के लोकल पत्रकार Donald Saikhom से संपर्क किया। विश्वास न्यूज ने वायरल दावे को उनके साथ शेयर किया। उन्होंने विश्वास न्यूज को बताया कि वायरल दावा गलत है। तस्वीर का हालिया घटना से कोई संबंध नहीं है। यह तस्वीर तकरीबन पांच साल पुरानी घटना की है। इस पूरी पड़ताल को विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। Fact Check: सेना के काफिले पर हुए हमले की पांच साल पुरानी तस्वीर मणिपुर के हालिया अटैक की बताकर हुई वायरल